राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल-2022* *जिला स्तरीय प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ* *खेल के माध्यम से आपसी प्रेम बढाने का दिया संदेश*
*राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल-2022*
*जिला स्तरीय प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ*
*खेल के माध्यम से आपसी प्रेम बढाने का दिया संदेश*
अजमेर, 29 सितम्बर। राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल 2022 की जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ सम्राट पृथ्वीराज चौहान खेल स्टेडियम चन्दरवरदाई नगर में गुरूवार को हुआ। इस अवसर पर आपसी प्रेम बढाने का संदेश दिया गया।
संभागीय आयुक्त श्री बी. एल. मेहरा ने कहा कि संविधान द्वारा त्रिस्तरीय राज व्यवस्था निर्धारित की गई है। इसी के अनुसार ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का आयोजन ग्राम पंचायत, ब्लॉक एवं जिला स्तर पर किया जा रहा है। ब्लॉक स्तर पर विजेता टीमों को जिला स्तर पर खेलने का अवसर मिला है। खेलों का यह महाकुंभ आगमी 3 दिवस तक चलेगा। इस दौरान आपसी प्रेम, भाईचारे एवं सद्भावना से खेल होंगे। खिलाड़ियों में आपसी सहयोग की भावना का विकास होगा।
उन्होंने कहा कि खेल में एक पक्ष की जीत तथा दूसरे पक्ष की हार होती है। हार से ही जीत की यात्रा का आरंभ होता है। इसी सोच के साथ आगे बढते हुए प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिए। विजेता टीमें राज्य स्तर पर अजमेर जिले का प्रतिनिधित्व करेगी।उन्हें पुरे दमखम के साथ अजमेर जिले का नाम रोशन करना होगा। प्रतियोगिताओं के आयोजन में समस्त व्यक्तियों का तन, मन एवं धन से सहयोग प्राप्त हुआ है। आयोजकों को खिलाडियों के लिए आवश्यक व्यवस्थाए एवं पर्याप्त सुविधाए उपलब्ध करानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि खेल हमें स्वास्थ्य के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास में भी योगदान करता है। दल भावना अपना रूप विस्तार कर विश्व बंधुत्व का संदेश देती है। खेल के दौरान व्यक्ति समस्त व्यसनों से दूर रहता है। इस कारण नियमित खेलने वाला व्यक्ति नशा मुक्त जीवन के लिए सदैव तत्पर रहता है। खेल से व्यक्ति शारीरिक दृष्टि से मजबुत हो जाता है। इससे व्यक्ति में बौद्धिक एवं मानसिक सुदृढता भी आती है।
जिला प्रमुख सुशील कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए नई पहल की गई है।
नई पीढ़ी को मोबाईल ने खेलों से दूर कर दिया है। बच्चों को मोबाईल से बचाने की आवश्यकता है। खिलाड़ियों को प्रेम एवं एकाग्रता के साथ खेलकर क्षेत्र का नाम रोशन करना चाहिए।
जिला कलक्टर अंश दीप ने कहा कि ग्रामीण ओलम्पिक खेलों के माध्यम से प्रतिभाओं को ढूंढकर तरासने का अवसर मिलेगा। खिलाड़ियों को पूरी उर्जा के साथ अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहिए। नियमानुसार उत्कृष्ट टीम का चयन राज्य स्तर के लिए किया जाएगा। ग्रामीण ओलम्पिक खेल सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने का भी माध्यम है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमंत स्वरूप माथुर ने प्रतियोगिता के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि प्रथम दिवस सायं 6 बजे तक प्री क्वार्टर फाइनल मैच आयोजित किए जाएंगे। शुक्रवार को प्रातः 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सभी खेलों के क्वार्टर फाइनल मैच खेले जाएंगे। इसके पश्चात अपरान्ह 4 बजे से सायं 6 बजे तक सेमीफाईनल मैच होंगे। फाइनल मैच समापन सत्र से पूर्व एक अक्टूबर को खेले जाएंगे। इस दिन प्रातः 8 बजे हॉकी एवं टेनिस बॉल क्रिकेट, प्रातः 8.30 बजे खो-खो एवं शूटिंग बॉलिबॉल, प्रातः 9 बजे कबड्डी तथा प्रातः 10 बजे बॉलीवाल वर्ग के अनुसार खेल आयोजित होंगे।इसमें कबड्डी, शूटिंगबॉल, बॉलीवाल, हॉकी, खो-खो एवं टेनिस बॉल क्रिकेट की प्रतियोगिताए होगी। भाग लेने वाले खिलाडियों की संख्या एक हजार 166 है। इनमें से 594 पुरूष तथा 572 महिला वर्ग के खिलाडी है। खिलाड़ियों के ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा की गई है।
जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के शुभारंभ समारोह में संभागीय आयुक्त बी. एल. मेहरा द्वारा उदघाटन की घोषणा कर खेल की शपथ दिलाई गई। अभिमुख प्रयाण का नेतृत्व लीडी पीसांगन की मूक बधिर बालिका मधु ने किया। बालिका मधु ने अपनी कमजोरी को आडे नहीं आने दिया। इसने ग्राम पंचायत स्तरीय प्रतियोगिता के दौरान टेनिस बॉल क्रिकेट में विरोधी टीम से मिले 60 रन के लक्ष्य के जवाब में मात्र 38 गेंदो पर 52 रन बनाकर टीम को एकतरफा जीत दिलाई। इसके अतिरिक्त इसने पूर्व में फुटबॉल तथा सोफ्टबॉल की जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भी अपनी प्रतिभा दिखाई थी।
समारोह में अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे
विजय कुमार पाराशर
आवाज राजस्थान की
9414302519