स्वयंसेवी संगठन करेंगे महात्मा गांधी नरेगा के मस्टरोल की जाँच -* *गड़बड़ियों को पकङ कर देंगे सूचना 31 दिसंबर 2021 तक के कार्य की होगी जांच*

स्वयंसेवी संगठन करेंगे महात्मा गांधी नरेगा के मस्टरोल की जाँच -*  *गड़बड़ियों को पकङ कर देंगे सूचना 31 दिसंबर 2021 तक के कार्य की होगी जांच*
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*स्वयंसेवी संगठन करेंगे महात्मा गांधी नरेगा के मस्टरोल की जाँच -*

*गड़बड़ियों को पकङ कर देंगे सूचना 31 दिसंबर 2021 तक के कार्य की होगी जांच*

अजमेर (आवाज़ राजस्थान की) महात्मा गांधी नरेगा योजना मे पारदर्शिता लाने हेतु सरकार द्वारा सामाजिक अंकेक्षण करवाया जाता है साथ ही मनरेगा के कार्यो को भी सार्वजनिक दिवारों पर लिखवाया जाता है कार्य स्थल पर बोर्ङ लगा कर भी कार्य का विवरण लिखा जाता है अब सरकार मनरेगा मे ओर अधिक पारदर्शिता लाने हेतु
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जारी किये गये मस्टररोल की जाँच स्वयं सेवी संस्थाओं से करावाएगी
केंद्र सरकार ने इस बाबत निर्देश जारी किए हैं लगातार मिल रही शिकायतों के कारण यह फैसला लिया गया है स्वयंसेवी संगठन सभी ग्राम पंचायतों में 31 दिसंबर 2021 तक हुए कामों की जांच करेंगे

NGO द्वारा 31 दिसंबर 2021 तक जारी काम , काम में आए तथा खाली रह गए मस्टरोल की जांच करेंगे । सरकार ने इसकी सूचना ग्राम पंचायत, कार्यक्रम अधिकारी और जिला कार्यक्रम समन्वयक दफ्तर के बाहर बोर्ड पर लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
यह सूचना ग्राम स्तर से जिला एवं राज्य स्तर तक पहुंचेगी जिस ग्राम पंचायत मे फर्जीवाङा पाया जाएगा उस पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी ,कनिष्ठ लिपिक, एवं सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।
आप को बता दे की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना अधिनियम के तहत पारदर्शिता को लेकर सरकार द्वारा कई प्रावधान किए गए हैं
इसके तहत सभी कार्यो का सामाजिक अंकेशण होता है , तथा ग्राम सभा मे भी कार्यो को पढ कर सुनाया जाता है ग्राम पंचायतों द्वारा वही कार्य करवाये जाते है जो ग्राम पंचायत की वार्षिक कार्य योजना मे स्वीकृत किये जाते है तथा
सरकार द्वारा हाल ही मै mms मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम से भी उपस्थित के लिए निर्देश जारी किये है इन सब के बावजूद लगातार मनरेगा मे फर्जी हाजरी की शिकायतें मिल रही थी तथा mms से उपस्थित लेने के आदेश के बाद बङी संख्या मे ग्राम पंचायतों मे फर्जी हाजरी का खुलासा हुआ जिसे सरकार ने गंभीर माना । एसे मे 31 दिसम्बर 2021 तक जारी सभी मास्ट्रोरोल की जाँच अब NGO से करवाने का निर्णय लिया गया है

*जाँच के बिन्दु*
मस्टरोल मे श्रमिकों कि जाब कार्ड का विवरण है या नहीं ?

कितने श्रमिकों ने काम किया और कितना भुगतान किया गया ?
क्या कार्यक्रम अधिकारी या अन्य अधिकारी निरीक्षण पर आए ?
श्रमिकों ने कितने दिन काम किया तथा कितना भुगतान किया गया ?

विजय कुमार पाराशर
आवाज़ राजस्थान की
9414302519


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