बच्चे लगा रहे स्कूलों में झाड़ू
चपरासी की भर्ती पर राज्य सरकार मौन।
शाहपुरा। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के साथ ही सफाई व्यवस्था चौपट है। पिछले तीन दशक
से स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई। हालात यह कि बच्चों से सफाई करवाने को शिक्षक मजबूर हैं। शिक्षा विभाग के आंकड़े गवाह है कि सरकारी स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 80 फीसदी पद खाली है। जमादार भी महज 29 फीसदी पदों पर हैं। इसके बावजूद सरकार से सफाई के नाम पर बजट नाकाफी है। सफाई के नाम पर हर स्कूल को
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से 15 बच्चों तक 1250, 100 बच्चों तक 2500, 250 तक 5 हजार,
एक हजार तक 7500 तथा एक हजार से ज्यादा विद्यार्थी हैं।
चपरासी-जमादार के 394 पद खाली:-
राजस्थान में चपरासी के 27972 पद स्वीकृत है। इनमें से 22263 पद खाली हैं। इसी तरह जमादार के 520 पदों में से 148 पद ही भरे हैं। बाकी 372 पद खाली चल रहे हैं। प्रयोगशाला परिचारक के भी 1238 पद रिक्त हैं। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती तीन दशक से
नहीं हो पाई है। सरकारें इन भर्ती के नाम पर घोषणाएं करती रही।असल में पद आज तक नहीं भरे गए।