कलक्टर ने शिक्षण संस्थान के बाहर तम्बाकू उत्पाद बेचने पर लगाई रोक
जिले को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित।
कलक्टर ने शिक्षण संस्थान के बाहर तम्बाकू उत्पाद बेचने पर लगाई रोक।
सरकारी कार्यालयों में तम्बाकू उत्पादो के साथ प्रवेश निषेध किया।
प्रॉजेक्टर के माध्य से दी जानकारियां।
शाहपुरा, 03 सितंबर। तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत शाहपुरा जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने शाहपुरा जिले को भी तंबाकू मुक्त बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को कलक्ट्रेड सभागार में शिक्षित रोजगार केंद्र प्रबंधक समिति एवं जिला प्रशासन शाहपुरा के संयुक्त तत्वाधान में जिला स्तरीय अधिकारियों का आमुखीकरण कार्यशाला में भाग लिया।
शेखावत की अगुवाई में आयोजित कार्यशाला में उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों को कलक्टर शेखावत ने जिले में कोटपा-2003 कानून का प्रभावी क्रियान्वयन करने और जिले की सभी शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान बनाने के निर्देश देते हुए शिक्षण संस्थानों के आसपास तम्बाकू स्व निर्मित गुटका, सिगरेट व अन्य उत्पाद बेचने पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए।
इसी दौरान जिले में लागू की जा रही तंबाकू वेंडर लाइसेंस प्रणाली के तहत नगरपालिका जहाजपुर को भी नगरपालिका अधिनियम नियम के तहत वेंडर लाइसेंस प्रणाली लागू करवाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान की गाइडलाइन एवं कोटपा-2003 की शत-प्रतिशत पालना करने पर जोर दिया।
सरकारी कार्यालयों में तम्बाकू उत्पाद लेकर प्रवेश करना होगा निषेध:- कार्यशाला में शेखावत ने कहा कि जिले में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्र अन्य सरकारी महकमों के भवनों पर ‘यह भवन तंबाकू मुक्त है’ का साइनेज लगाया जाए। आस-पास कोई भी तंबाकू उत्पादों की दुकान न हो सबपर भी ध्यान दें। उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों में एक बॉक्स रखने के निर्देश दिए। बॉक्स पर ‘तंबाकू उत्पाद डिब्बे में डालें और फिर प्रवेश करें’ अंकित कर प्रवेश द्वार पर रखें। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार से प्रवेश द्वार पर एक बॉक्स रखवाने के निर्देश दिए।
प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जानकारियां:- कार्यशाला में एसआरकेपीएस के राज्य समन्वयक हिरेन्द्र सेवदा, प्रतिनिधि अमित पूनिया ने तम्बाकू उत्पादों उसके उपयोग, उपभोग से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारियां प्रोजेक्टर के माध्यम से दी। इस कार्यशाला में जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद थे।