शाहपुरा में बनेगा ऑटोडेरियम टाउन हॉल, शहर की बदलेगी फ़िजा
कलक्टर ने ऑटोडेरियम टाउन हॉल, खेल मैदान, साइकिल ट्रैक व आर्ट गैलेरी के लिए आवंटित की 3.75 हैक्टर भूमि आवंटित।
शाहपुरा के विकास को लगेंगे पंख, शहर की बदल जाएगी फ़िजा- कलक्टर
शाहपुरा, 03 सितंबर। नवगठित जिले शाहपुरा में संरचनात्मक विकास के लिये, अधिकाधिक जिलेवासियों के हितों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तथा भविष्य की ज़रूरतों को मद्देनज़र रखते हुए कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को शाहपुरा में 0.50 हैक्टर भूमि ऑटोडेरियम टाउन हॉल के लिए, 0.50 हैक्टर भूमि मातृ वन के लिए, शाहपुरा में 2.50 हैक्टर भूमि मिनी खेल मैदान व साइकिल ट्रैक के लिए तथा शाहपुरा में 0.25 हैक्टर आर्ट गैलेरी हेतु भूमि आवंटित की।
कलक्टर शेखावत ने बताया कि पौने 4 हैक्टर भूमि पर बनने वाले ऑटोडेरियम टाउन हॉल जो इस नगर की महत्ती आवश्यकता थी आनेवाले भविष्य में यह एक आमजन के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। शहर में होने वाले सामाजिक बड़े कार्यक्रमों, बैठके व अन्य कार्यक्रम आयोजित हो सकेंगे।
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप महिलाओं के लिए भूमि मातृ वन जो पर्यावरण की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होगा। सरकार से आने वाली थीम के अनुसार मातृ वन को नगर परिषद विकसित करेगी। महिलाओं के साथ आमजन इस मातृ वन का लाभ ले सकेंगे।
नगर परिषद, कलक्ट्रेड, सिविल लाइंस क्षेत्र के साथ विकसित होने वाली पास कॉलोनियों के बीच ऑटोडेरियम, मातृ वन, खेल मैदान, आर्ट गैलेरी होगी। इन्ही के पास अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के ब्रह्मलीन संतो की याद व सम्मान में बनने वाले पैनोरमा की लिए पूर्व में आवंटित की गई 4हजार मीटर भूमि, शाहपुरा के अमर शहीद बारहट स्वतंत्रता सैनानियों के सम्मान भी निर्माणाधीन पैनोरमा तथा शहर का जल्द बनने वाला मास्टरप्लान इस क्षेत्र के साथ ही पूरे शाहपुरा की फिजा बदल देंगा।
शाहपुरा को विकास के नए आयामों से जोड़ने के लिए, युवा खिलाड़ियों के लिए कलक्टर शेखावत ने सबसे ज़्यादा भूमि 2.5हैक्टर आवंटित की। शेखावत ने बताया कि भविष्य में धीरे धीरे जब इस क्षेत्र में कॉलोनियां विकसित हो जायेगी तब बड़े भू-भाग में विशाल खेल मैदान बनकर तैयार होगा। जिसमें युवा अपने विभिन्न खेलों का अभ्यास व प्रदर्शन कर सकेंगे। पर्यावरण व प्रदूषण के साथ आमजन की रोजाना की एक्टिविटी को ध्यान में रख कर खेल मैदान के अंदर चारों ओर अलग से स्पेशल साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जा सकेगा। इस ट्रैक पर बच्चों के साथ युवा इस ट्रैक का उपयोग कर सकेंगे।
पत्रिका द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कलक्टर शेखावत ने कहा कि मैं यहां रहूं या ना रहूं, यह शाहपुरा जिला रहे या ना रहे मेरे द्वारा शाहपुरा में संरचनात्मक विकास के लिये व आमजनों के हित के लिए आवंटित की गई भूमि अब नगर परिषद की धरोहर होगी। परिषद आने वाले समय में आवंटित की गई इन भूमि पर बताई गई थीम के आधार पर निर्माण करवा शहर के सौन्दर्यकरण के साथ शाहपुरा के विकास को नए आयामों से जोड़ेगी ।