चारागाह भूमि पर तालाब की पाल तोड़कर निजी विद्यालय ने बना डाली साढ़े तीन किमी सड़क* ** *ग्राम पंचायत सरपंच का नोटिस हुआ हवा* *मनरेगा के तहत करवाये गये पातलीया तालाब खुदाई कार्य के बीच में बनाई सड़क* विद्यालय प्रबंधन ने साधी चुप्पी

चारागाह भूमि पर तालाब की पाल तोड़कर निजी विद्यालय ने बना डाली साढ़े तीन किमी  सड़क*   ** *ग्राम पंचायत सरपंच का नोटिस हुआ हवा*    *मनरेगा के तहत करवाये गये पातलीया तालाब खुदाई कार्य के बीच में बनाई सड़क*   विद्यालय प्रबंधन ने साधी चुप्पी
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*चारागाह भूमि पर तालाब की पाल तोड़कर निजी विद्यालय ने बना डाली साढ़े तीन किमी सड़क*

** *ग्राम पंचायत सरपंच का नोटिस हुआ हवा*

*मनरेगा के तहत करवाये गये पातलीया तालाब खुदाई कार्य के बीच में बनाई सड़क*

विद्यालय प्रबंधन ने साधी चुप्पी

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अजमेर ।ग्राम चचियावास के निकट एक नवनिर्मित प्राइवेट स्कूल ने विद्यालय कैंपस से मुख्य सड़क मार्ग तक चरागाह/ नर्सरी भूमि पर साढे 3 किलोमीटर डामर सड़क का रातों-रात निर्माण कार्य कर लिया गया है ।
ग्राम पंचायत चाचियावास सरपंच संजू देवी ने 1 दिसंबर, 2022 ने स्कूल निदेशक को पत्र भेजकर इस सड़क निर्माण के संबंध में जानकारी मांगी थी तथा इसकी एक प्रति यथोचित कार्रवाई के लिए संबंधित विकास अधिकारी को भी प्रेषित की गई थी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभी तक ढाक के तीन पात वाली स्थिति बनी हुई है।
सरपंच के द्वारा स्कूल निदेशक को लिखे पत्र की प्रति सार्वजनिक होने पर स्कूल प्रशासन ने आनन-फानन में विगत 2 दिनों में बारिश के बावजूद भी शेष दो किमी सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया हैं, जिस रास्ते पर सड़क का निर्माण विद्यालय द्वारा करवाया गया है।वह भूमि नर्सरी व चरागाह के लिए आरक्षित हैं। सरपंच द्वारा स्कूल निदेशक को आगाह करते हुए लिखे पत्र में बताया गया कि उक्त भूमि खसरा नंबर 653,654/2604 व 656 हैं।विद्यालय ने पत्र के बावजूद सीमा ज्ञान के बिना ही विद्यालय से 3 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण करवा लिया । इस संबंध में स्कूल में कोऑर्डिनेटर श्वेता बडेर से जब इस सम्बन्ध मे जानकारी चाही गई तो उनका यहां तक कहना था कि मैं केवल टीचिंग स्टाफ हूं। यहां तक इसका पूरा काम कौन देखता है, मेरी जानकारी में नहीं है। इस सम्बंध में अपने आप को मैनेजमेंट में शामिल कहने वाली आरती मोदी के मोबाइल नम्बर. 9829400392 पर सम्पर्क किया तो कॉल नो रिप्लाई रहा। जिस रास्ते पर साढे 3 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया वहां पर प्राचीन पातलिया तालाब की पाल को भी तोड़ दिया गया। यहां पर मनरेगा कार्य के तहत पाल का निर्माण करवाया गया था, इसके पास ही पहाड़ी को काटकर रास्ता भी निकाल लिया गया। इस संबंध में विद्यालय प्रशासन से जानकारी चाहने पर कुछ भी जानकारी नहीं होने का हवाला दिया गया है। विद्यालय से जुड़े एक अखबार के विज्ञापन प्रतिनिधि को जब विद्यालय प्रशासन ने इसकी जानकारी दी तो विज्ञापन प्रतिनिधि ने विद्यालय के मालिक के ऊंचे रसूकात होने व प्रशासन द्वारा कुछ भी नहीं कर लेने की बात कही।
इस सम्बन्ध में चाचीयावास पंचायत का कहना है कि उन्हें जो नोटिस स्कूल प्रबंधन को दिया उस का भी उन्होंने जवाब नहीं दिया और बिना पंचायत की NOC के वहां कार्य शुरू कर दिया

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