देर सायं पुरानी हवेली का द्वार व मकान ढहा।
देर सायं पुरानी हवेली का द्वार व मकान ढहा, कोई हताहत नही।
सायं को हुई तेज बारिश से तालाब की पुनः चादर चली।
शाहपुरा। क्षेत्र में प्रतिदिन होरही बारिश के कारण प्रतिदिन शाहपुरा नगर में पुराने कच्चे मकानों के ढहने का सिलसिला चला लारहा है।
बुधवार देर सायं7.30 बजे करीब नाहर पाडा में सिंचाई विभाग के पास एक जसवंत सिंह कोठारी की रियासतकालीन नाहर बाड़ा हवेली का पुराना कच्चा प्रवेश द्वार तथा उसके ऊपर बना मकान ढह गया। बड़ा दरवाजा ढहने से हवेली के आने जाने का रास्ता पूर्णतः अवरुद्ध हो गया।
सूचना पर नगर परिषद सभापति मौक़े पर पहुंच कर अंदर रह रहे परिवार जनों की निकासी के प्रयास तेज कर दिए। सोनी ने बताया कि इस हादसे में किसी के हताहत होने के समाचार नहीं। 4 दिन पहले इस दरवाजे से सटा अंदर के कक्ष भी ढहने तथा आज हुई तेज बारिश हवेली के द्वारा व ऊपर बने मकान ले ले डूबा।
सायं को तेज हुई बारिश के कारण शाहपुरा के मुख्य तालाब की तीन ओर से चादर पुनः चलने लगी।