जहाजपुर के बाजार तीसरे दिन भी बंद, पालकी मंदिर ले जाई गई
भीलवाड़ा / जहाजपुर : जिले के जहाजपुर कस्बे के बाजार तीसरे दिन भी पूरी तरह से बंद हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब भगवान की पालकी को कल्याण जी मंदिर में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बीच, पुलिस बारावफात के आयोजन को लेकर पूरी तरह चौकस है, और भीलवाड़ा, शाहपुरा और अजमेर जिले के विभिन्न स्थानों पर स्वैच्छिक बाजार बंद की खबरें सामने आई हैं। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की |
चाय-पानी की थड़ियां भी बंद
जिले में मौजूदा स्थिति के कारण, जहाजपुर कस्बे के बाजार पूरी तरह से बंद हैं और यहां चाय-पानी की थड़ियां भी नहीं खुली हैं। लोग चाय और पानी के लिए तरस रहे हैं। इसके साथ ही, जहाजपुर में बारहवफात के आयोजन की अनुमति एसडीएम ने निरस्त कर दी है, जिसके चलते कस्बे में सुरक्षा की व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है।
पालकी पहुंची मंदिर
सोमवार को पथराव की घटना के बाद, पीतांबर राय जी की पालकी को कल्याण जी मंदिर में ले जाया गया। इस दौरान श्रद्धालु भजन गाते हुए चल रहे थे। जिला कलेक्टर राजेंद्र शेखावत, एसपी राजेश कांवत, एएसपी चंचल मिश्रा, और डीवाईएसपी अजीत सिंह मेघवंशी सहित अन्य अधिकारी जहाजपुर में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। कस्बे में सुरक्षा के मद्देनजर चप्पा चप्पा पर पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
विधायक मीणा के लिए Y श्रेणी सुरक्षा की मांग
हाल की घटनाओं के बाद, हिंदू संगठनों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विधायक गोपीचंद मीणा को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
शाहपुरा में भी बाजार बंद
जहाजपुर और सांगानेर की घटनाओं को देखते हुए, शाहपुरा कस्बे के बाजार भी स्वैच्छिक रूप से बंद रखे गए हैं।संबंधित अधिकारी स्थिति पर पूरी तरह नजर रखे हुए हैं और किसी भी नई घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि जांच प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है और जल्द ही अवैध धार्मिक स्थलों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जाएगी। इससे इलाके में शांति और सौहार्द्र लौटाने की उम्मीद है। हिंदू संगठनों और स्थानीय प्रशासन के बीच बातचीत के बाद स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई है। स्थानीय समुदाय के नेताओं से भी बातचीत की जा रही है ताकि सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ने से रोका जा सके। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।