धार्मिक पंडाल में मवेशी के अवशेष मामले ने तुल पकड़ा।
समझोते को लेकर जताया आक्रोश
सर्व हिन्दू समाज ने निकाली जन आक्रोश रैली निकाल कलक्ट्रेड के बाहर किया प्रदर्शन।
विधायक ने पुलिस व प्रशासन पर लीपापोती का आरोप लगाया।
आंदोलन करने की दी चेतावनी।
शाहपुरा, 20 सितम्बर। शहर में चमना बावड़ी के सामने धार्मिक पंडाल में किसी मृत जानवर के अवशेष मिलने के मामले में शुक्रवार को सर्व हिन्दु समाज की ओर से जन आक्रोश रैली निकाली गई। जिसमें कई संगठनों के सैकड़ों महिला, पुरूषों उम्मेदसागर चौराहे से रैली के रूप में रवाना होकर कलक्ट्रेड के बाहर पहुंचने औऱ प्रदर्शन करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत को हिन्दुवादी संगठन के लोगों व जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 18 सितम्बर को नगर के चमना बावड़ी के सामने खाली पड़े धार्मिक पंडाल में किसी मवेशी के अवशेष मिलने की घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि इस घटना से नगर में लोगों के बीच साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो गया था। पुलिस व प्रशासन ने 19 सितम्बर सायं को इस घटना का पटाक्षेप करते हुए इस घटना को आपराधिक घटना होना नही माना। पांड़ाल में किसी जानवर द्वारा मृत मवेशी के अवशेष लाकर पटकना ही बताया। सीसी फुटेज में आई एक संदिग्ध महिला को बेकसुर मानते हुए छोडा गया। लोगों ने इस मामले में पुलिस व प्रशासन द्वारा कौताही बरतने का आरोप लगाया।
इस घटना के पटाक्षेप से पूर्व एक समुदाय विशेष के लोगों तथा गणेश उत्सव समिति के चंद सदस्यों के बीच परस्पर हुए समझौते में हिन्दुवादी संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों को शामिल नही करने को लेकर शहर में लोगों के बीच बवाल मच गया। नगर परिषद के सभापति रघुनंदन सोनी, विश्व हिन्दु परिषद के जिलाध्यक्ष जयेन्द्र सिंह राणावत, हिन्दु जागरण मंच के हुनमान धाकड़, भाजपा नगर अध्यक्ष राजेन्द्र बोहरा, बजरंग दल के संयोजक धनराज वैष्णव, पूर्व पालिका अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़, महावीर सैनी, पंकज सुगंन्धी, विनोद सनाठय आदि संगठन के लोगों का आरोप था कि कलक्टर व एसपी की मौजुदगी में दोनों पक्षों के लोगों बुलाकर मामले का पटाक्षेप करना कई संदिग्ध सवाल खडे़ करते है। प्रशासन ने इस आन्दोलन में शरीक हुए विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को नजरअंदाज कर समझौते में शामिल नहीं करने तथा मामले को गुपचुप तरीके के निपटाने को लेकर शहरवासियों में आक्रोश फैल गया और शुक्रवार को जनआक्रोश रैली निकाल कर लोगों ने ज्ञापन दिया।
विधायक ने लगाये पुलिस व प्रशासन पर लीपापोती का आरोपः विधायक लालाराम बैरवा जो इन दिनों कश्मीर के अकनूर क्षेत्र में भाजपा की ओर से चुनाव प्रभारी के रूप में लगे है ने इस घटना को लेकर विड़ियों वायरल करते हुए पुलिस व प्रशासन पर लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए बताया कि प्रशासन व पुलिस ने इस मामले को गम्भीरता से नही लेकर जनता को भ्रमित किया।
आंदोलन करने की दी चेतावनी-: ज्ञापन देने पहुंचे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने ज्ञापन में मुख्यमंत्री से इस गम्भीर साम्प्रदायिक घटना में लीपापोती करने वाले अधिकारियों को निलम्बित करने की मांग पर जोर दिया। ज्ञापन देते हुए लोगों ने प्रशासन को 2 दिन में इस घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया। आरोपी की गिरफ्तारी नही होने पर आन्दोलन तेज करने की भी चैतावनी दी गई।
एसटीएफ टीम ने किया फ्लैग मार्चः विधायक बैरवा का विड़ियों वायरल होने तथा सर्व हिन्दु समाज के द्वारा शुक्रवार को रैली निकालने को लेकर पुलिस प्रशासन हरकत में आया और एतिहातन एसटीएफ टीम को बुलाकर नगर में फ्लैग मार्च करवाया गया।
मुख्यमंत्री से की शिकायत: विधायक लालाराम बैरवा ने आवाज राजस्थान को फोन पर बताया कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय में शिकायत दर्ज करवाते हुए उच्च स्तरीय जांच करवाने, इस घटना के पीछे किस का हाथ है या नही जनता को संतुष्ट करने तथा इस मामले में लीपापोती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की। जिसका मुझे आश्वासन मिला है।
नये सिरे से जांच के आदेश दियेः ज्ञापन देने गये हिन्दुवादी एवं अन्य संगठनों के लोगों को जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने मौके पर उपस्थित पुलिस अधीक्षक राजेश कांवत को नये सिरे से जांच करवाने को कहा।
कोई लीपापोती नही की गई:- इस घटना में कोई लीपापोती नही की गई। घटना को हमने गम्भीरता से लिया। कई सीसी फुटेज, कई लोगों के बयान के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि यह घटना किसी व्यक्ति या व्यक्ति विशेष द्वारा षड्यंत्रकारी घटना करना कारित प्रतीत नही होती है। जिला कलक्टर के अनुसार घटना की दोबारा जांच करवाएंगे। राजेश कांवत, शाहपुरा पुलिस अधीक्षक।