जहाजपुर, कोटडी, बनेड़ा क्षेत्रवासियों की जिले में नही रहने की आशंकाओं से टूट सकता शाहपुरा जिला।
जिला बचाओं….;
लोग बोले: जहाजपुर, कोटडी, बनेड़ा नही चाहते रहना।
रामनिवासधाम में हुई सर्वदलीय बैठक।
आचार्य रामदयाल, धर्मगुरुओं व जनप्रतिनिधियों के सानिध्य में बनाई जाएगी भावी रणनीति।
मंगलवार को रामनिवासधाम में होगी जिलास्तरीय बैठक।
शाहपुरा, 29 सितम्बर। शाहपुरा जिला बचाने को लेकर रविवार देर सायं रामनिवासधाम में अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश आचार्य रामदयाल के सानिध्य में सर्वदलीय बैठक आहूत की गई।
जिले को खंडित होने की आशंका जताते हुए शाहपुरा जिला बचाओं संघर्ष समिति के सदस्यों ने आचार्य के समक्ष अपनी पीड़ा रखी। सभी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपना अपना पक्ष रखा जिस पर गहनता से विचारविमर्श किया गया।
आचार्य ने इस संदर्भ में सांसद दामोदर अग्रवाल से तत्काल दूरभाष से सम्पर्क साध कर मुख्यमंत्री को शाहपुरा जिलेवासियों की भावना व उनका संदेश पहुंचाने की बात कही। उन्होंने जिले किसी भी सूरत में नही टूटने की बात पर बल दिया।
बनेड़ा, जहाजपुर व कोटडी के कारण टूट सकता है जिला: जिला टूटने का सबसे प्रमुख व बड़ा कारण की बात सामने आने पर लोगों ने आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि जिले में शाहपुरा, जहाजपुर, कोटडी व बनेड़ा शामिल है। इन चार उपखण्ड क्षेत्र में से , कोटडी व बनेड़ा क्षेत्रवासी स्वयं ही शाहपुरा जिले में रहने के पक्ष में नही दिखाई देते है। सरकार से तीनों क्षेत्रवासी पुनः अपने क्षेत्रों को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भीलवाड़ा जिले में ही समाहित करने की कई बार बात दोहरा चुके है। यह सच सबके सामने आने पर बैठक में विस्तार से समीक्षा करते हुए यह निर्णय लिया गया कि मंगलवार को जिला बचाने के लिए रामनिवासधाम में होने वाली जिलास्तरीय बैठक में बनेड़ा, जहाजपुर, कोटडी व शाहपुरा के सभी जनप्रतिनिधियों तथा प्रभुत्वजनों को बैठक में आमंत्रित किया जाय। जिला बचाने के सुझाव व मार्गदर्शन लिए जाएंगे, उनसे उनकी जिज्ञासा, भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी पीड़ा, दुःख दर्द सामने आने पर परस्पर बैठकर सोच, समझ कर निस्तारण करने का प्रयास किये जायेंगे।
धर्मगुरुओं को भी किया जाएगा शामिल:-रामनिवासधाम में आहूत होने वाली आगामी जिलास्तरीय जिला बचाओं संघर्ष समिति की बैठक में जिले के सभी धर्मगुरुओं को आने का न्यौता देने का निर्णय लेते हुए तय किया गया कि आचार्य के संरक्षण में, धर्मगुरूओं, जिले के सभी जनप्रतिनिधियों तथा सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक लालाराम बैरवा उपस्थिति में जिले को बचाने की भावी रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक में इन्होंने दिए सुझाव: नगर परिषद के सभापति रघुनन्दन सोनी, पूर्व पालिका अध्यक्ष कन्हैया लाल धाकड़, शांति एवं अहिंसा विभाग के पूर्व सदस्य अविनाश शर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष राजेंद्र बोहरा, पूर्व अध्यक्ष रमेश मारू, महामंत्री जितेंद्र पाराशर, पूर्व महामंत्री पंकज सुगन्धि, सुरेश गुर्जर, कांग्रेस पीसीसी सदस्य राजकुमार बैरवा, अजय मेहता, मुस्लिम समाज के सदर हमीद खान कायमखानी, आर्य समाज के कन्हैया लाल आर्य, मुरलीधर शर्मा, अखिल व्यास, सूर्यप्रकाश बिड़ला, देव कृष्ण राज पाराशर, बालाराम खारोल, अमित मनिहार, छात्र संघ नेता सुमित पारीक, नारायण सिंह, राजेन्द्र तेली, अभिभाषक संस्था के नमन ओझा, किसान नेता सुगन बोहरा, रामस्वरूप काबरा सहित कई राजनीतिक दलों व संगठनों के प्रतिनिधि व आमजन ने बैठक में अपने विचार रखते हुए अपने सुझाव दिए।
शासन, प्रशासन के साथ अनुशासन रखते हुए बनाई जाएगी रणनीति: आचार्य रामदयाल ने कहा कि आगामी जिलास्तरीय समीक्षा बैठक धर्मगुरुओं, वरिष्ठ समाजजनों तथा सम्पूर्ण जिले के जनप्रतिनिधियों के बीच होगी। शासन, प्रशासन के साथ अनुशासन रखते हुए जिला बचाने की आगे की रणनीति जनमानस के अनुरूप तैयार की जाएगी।