जिला बचाने को लेकर किसान उतरे सड़कों पर।निकाली वाहन रैली, किया प्रदर्शन

जिला बचाने को लेकर किसान उतरे सड़कों पर।
निकाली वाहन रैली, किया जमकर प्रदर्शन।
किसान आंदोलन की दी चेतावनी।
फसल खराबे का मुआवजा देने की मांग भी उठी।
शाहपुरा,4अक्टूम्बर। शाहपुरा जिले को यथावत बनाये रखने की मांग को लेकर क्षेत्र के किसान भी शुक्रवार को सड़कों पर उतर पड़े। क्षेत्र से आये किसानों ने वाहन रैली निकालते हुए कलक्ट्रेड के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि शाहपुरा जिला बचाने की मांग को लेकर सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक लालाराम बैरवा, अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश आचार्य रामदयाल, शाहपुरा जिला बचाओं संघर्ष समिति, व्यापार मंडल, हार्डवेयर एशोसिएशन, शाहपुरा जिला अभिभाषक संस्थान सहित कई राजनीतिक, सामाजिक संगठन प्रयासरत है वही शुक्रवार को क्षेत्र से आये सैंकडों किसान भी जिला बचाने को लामबंद होते हुए सड़कों पर निकल पड़े।
जिला बचाने की मुहिम को गति प्रदान करने के लिए किसान केसरी संघ के बैनर तले किसान नेता सूर्यप्रकाश ओझा, केसरी संघ के जिला उपाध्यक्ष रमेश कुमावत, रजाक मोहम्मद, भैरू जाट, गोपाल माली, खाना माली, कोनार गुर्जर, भैरू मीणा, रामकिशन कुमावत, रामेश्वर कुमावत, रमेश कुमावत, गणपत बैरवा, बन्ना खारोल, भंवर खारोल, हीरा कुमावत, छोटू कुमावत तथा महिला कृषकों ने महलों के चौक से हाथों में बैनर, पोस्टर व तख्तियां लहराते व नारेबाजी करते हुए वाहन रैली निकाली। वाहन रैली नगर के सदर बाजार, नयाबाजार, त्रिमूर्ती सर्किल, भीलवाड़ा मार्ग व अन्य मुख्य मार्गो से होती हुई कलक्ट्रेड पहुंची। उपखण्ड अधिकारी रामकेश मीणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने ज्ञापन में सरकार को चेताते हुए बताया कि जिले को समाप्त किया गया तो क्षेत्र के किसान एक बड़ा किसान आंदोलन करेगा।
फसल खराबे का मुआवजा दिलवाने की मांग: इसी दौरान किसानों ने एसडीएम मीणा को फसल खराबे के मुआवजे दिलवाने की मांग को लेकर सरकार के नाम एक ओर ज्ञापन दिया। जिसमें बताया कि हाल में वर्षाकाल खण्ड में क्षेत्र में हुई अतिवृष्टी के कारण क्षेत्र में सैंकड़ो हेक्टेयर भूमि में काश्त की गई फसलें सौ फीसदी चौपट हो गई। क्षेत्र के किसान फसल खराबे के मुआवजा दिलवाने की मांग गत माह से करते आरहे है। इस संदर्भ में जिला प्रशासन व सरकार द्वारा क्षेत्र के किसानों को कोई ठोस आश्वासन नही मिलने से किसानों में रोष व्याप्त है। किसान नेता एसपी ओझा ने बताया कि महंगे खाद, बीज लगाकर खरीब की फसले बोई गई। बारिश ने हालत के कारण फसल पूर्णतः नष्ट हो गई है। जिस कारण गरीब किसान के हाथ में पैसा नही है। सरकार खराबे का मुआवजा जल्द से जल्द किसानों के खाते में स्थानांतरित करवावें तांकि आगामी फसल की बुआई की तैयारियां कर सके।


