सचिव ने सब्जी मंडी में की कार्रवाई।



सचिव ने सब्जी मंडी में की कार्रवाई।
थोक व्यापारी का रिकार्ड जब्त किया।
फल, सब्जी थोक विक्रेताओं में मचा हड़कंप।
शाहपुरा,16 अक्टूम्बर। कृषि मंडी सचिव बालकिशन शर्मा ने बुधवार सुबह सब्जी मंडी पहुंच कर मंडी में फल व सब्जियों के थोक व्यापारियों के यह छापा मारकर बिल, वाउचर व अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में लेते हुए साथ के गए। मंडी में प्रतिदिन कौन कौन से और कितनी तादात में फल, सब्जियां मंडी में आरही है। भीलवाड़ा मंडी के अलावा औऱ कहा से माल शाहपुरा मंडी में लाया जारहा है। अन्य जानकारी थोक विक्रेताओं से जुटाते हुए मंडी अधिकारियों ने मंडियों में आने वाले माल के बिल, वाउचरओं की जांच पड़ताल करते हुए रिकॉर्ड अपने साथ ले गए।
सब्जी मंडी में मचा हड़कंप:- इस कार्रवाही को लेकर फल व सब्जी के थोक व्यवसायियों में हड़कंप मच गया। मंडी व्यवसायी ने बताया कि भीलवाड़ा मंडी से जहां से माल लाते है। आगे वो टेक्स भरते है या नही ज्ञात नही है। हमें जो बिल वाउचर दिए जाते है कितना क्या टैक्स लिया या दिया जा रहा है ज्ञात नही।
इधर कृषि मंडी सुपरवाइजर दुर्गेश चौधरी ने बताया कि उक्त विक्रेता बिजयनगर व भीलवाड़ा मंडी से माल लाते है। इन सभी के लाइसेंस बने हुए है। थोक व्यवसायी शाहपुरा की कृषि मंडी में अपना होलसेल व्यवसाय शुरू करने के लिए कृषि मंडी में बार बार भू-आवंटन करने की मांग करते आरहे है। चौधरी ने बताया कि जबकि ये व्यवसायी सरकार को एक पैसा टैक्स नही भरते है। हालांकि सरकार ने कच्ची सब्जियों पर टैक्स समाप्त कर रखा है लेकिन किसान कल्याण कोष में एक फीसदी लगने वाला टैक्स भी ये व्यवसायी नही भरते है औऱ थोक व्यापार कर कृषि मंडी में भूमि आवंटन करवाने की मांग कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि नगर के पुराने बस स्टैंड पर स्थित स्थायी सब्जी मंडी में कुछ थोक व्यवसायियों ने बड़े बड़े भू-भाग में अपने गोडाउन बनाकर फल व सब्जी का थोक व्यवसाय करते। इस कारण सब्जी मंडी का परिसर छोटा पड़ने से स्वयं नगर परिषद ने सब्जी मंडी को अन्यत्र स्थापित कर रखा है। सुबह सुबह मंडी के बाहर तक फलों व सब्जियों की बड़ी मात्रा में बोलिया लग कर व्यवसाय होता है आसपास के सब्जी, फल के फुटकर विक्रेताओं के वाहनों की कतारें, सब्जियों के ढेर लगने से थोक व्यवसायी भी सीमित परिसर होने से परेशान होते है। सुबह सुबह मंडी के बाहर जाम जैसे हालात बन जाते है। इस समस्या को लेकर नगर परिषद भी इन व्यवसायियों को नोटिस दिए तो व्यवसायी परिषद से अन्यत्र स्थान देने की मांग कर चुके है।
इनका कहना: कृषि मंडी में स्थान देने की मांग को लेकर हमने जांचने के लिए यह कार्रवाही की। हमने कुछ दस्तावेज कब्जे में यह देखने के लिए लिए कि इन व्यवसायियों का टर्नओवर कितना है। टर्नओवर के आधार पर ही मंडी प्रशासन व्यवसायियों को मंडी में भू-आवंटन करेगा। बालकिशन शर्मा, शाहपुरा कृषि मंडी सचिव