

औधोगिक इकाइयों का पलायन नही होने देंगे, सरकार उद्यमियो को देंगी सारी सुविधाएं-प्रभारी मंत्री
शाहपुरा में पहला निजी हॉस्पिटल खोलने पर हुआ एमओयू (अनुबंध), किये हस्ताक्षर
शाहपुरा,23 अक्टूबर। राजस्थान राइजिंग के तहत मंगलवार को शाहपुरा में इन्वेस्टर मिट कार्यक्रम के दौरान जिला प्रभारी मंत्री मंजू बाघमार ने उद्यमियों की आशंकाओं का समाधान करते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले से पलायन हो रही औद्योगिक इकाइयों के पलायन को सरकार द्वारा रोका जाएगा। यह वक्तव्य बाघमार ने जब दिया जब कार्यक्रम के दौरान रायला मॉर्डन ट्रेड इकाई के प्रतिनिधि एच पी माथुर ने मंच पर इस बात का खुलासा किया कि भीलवाड़ा टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज की कई औद्योगिक इकाइयां अपने पडौसी राज्यों गुजरात, मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र में पलायन करने लगी है। इस कारण बताते हुए माथुर ने बताया कि इन राज्यों की सरकार की उद्योग नीतियाँ बहुत अच्छी है। उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को सब्सिडी राजस्थान सरकार से ज्यादा देती है। बिजली की दरें भी काफी कम है।
इस समस्या को लेकर बाघमार ने यह भी कहा कि राजस्थान राईजिंग के तहत नए उद्योग लगाने वाले उद्योगों को अब पूर्ण सुविधा व सहयोग दिया जाएगा। उद्यमियों के पलायन रोकने के लिए सरकार को औद्योगिक व टेक्सटाइल की नीतियों में भी बदलाव करना पड़ा तो वह भी हम करवाने का प्रयास करेंगे। एक जिला एक उत्पादन पर जोर देते हुए कहा कि स्थानीय उद्यमी अपना निवेश बाहर करने के बजाय अपने जिले में करेंगे तो क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिला तो कमा खाने बाहर जाने वाले भीलवाड़ा, शाहपुरा जिले के लोग भी पलायन नही करेंगे।
वही औद्योगिक इकाइयों सहित इकाइयों में काम करने वाले सैंकड़ों कर्मियों को चंबल के पानी नही मिलने की मांग की गई।
भीलवाड़ा में टेक्सटाईल पार्क की उठी उद्यमियों की मांग को लेकर भी बाघमार ने उद्यमियों को भरोसा दिलाया।
शाहपुरा में खुलेगा 2 करोड़ का पहला निजी अस्पताल:- चित्तौड़गढ़ की डॉ स्वाति सिंह ने कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ के श्री कृष्णा हॉस्पिटल की एक इकाई एवं लेबोरेट्री शाहपुरा में लगाने की घोषणा करते हुए एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए बताया कि शाहपुरा जिला बनने के बाद भी क्षेत्र में एक भी निजी चिकित्सा इकाई नही होने तथा जहाजपुर, शाहपुरा, फूलियाकलां उप खंड क्षेत्र के लोगों को गहन उपचार हेतु 50 से 100 किलोमीटर दूर भीलवाड़ा तक दौड़ना पड़ता है। आमजन की सुविधाओं को देखते हुए राजस्थान राइजिंग के तहत यह चिकित्सा इकाई शाहपुरा जिला मुख्यालय पर लगाने का सरकार से करार कर एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
उल्लेखनीय है कि शाहपुरा के चिकित्सा के क्षेत्र में एक भी ऐसी कोई निजी चिकित्सा इकाई नही होने से शाहपुरा सहित पंडेर, जहाजपुर, अमरवासी जिले के दुर्गंदुस्त गांवों को अपना उपचार करवाने के लिए भीलवाड़ा जाना पड़ता है। सरकार के राइजिनिंग कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालय पर लगने वाली चिकित्सा इकाई की घोषणा को लेकर जिले के लोगों में हर्ष व्याप्त हो गया।