शहर में बढ़ने लगी अनैतिक गतिविधियां
शाहपुरा जिलामुख्यालय पर अनैतिक कार्यो की बाढ़।
भड़के बस्तीवासी, इलाके का किया घेराव।
पुलिस को रंगे हाथों युवतियों को पकड़वाया।
पुलिस पर लीपापोती का आरोप।
शाहपुरा। शाहपुरा जिला बनने के बाद अभी विकास की गति पकड़ भी नही पाया औऱ शाहपुरा जिला मुख्यालय पर अनैतिक कार्यो की बाढ़ सी आगई। क्षेत्र में बढ़ते अनैतिक कार्यो को लेकर क्षेत्रवासियों में पुलिस के प्रति गुस्सा देखा जा रहा है। लोगों का आरोप है कि पुलिस के नाक के नीचे शाहपुरा में हो रहे अनैतिक कार्यो की शिकायत करने के बावजूद तथा मामलों की जानकारी स्वयं पुलिस को होने के बाद भी कोई कार्रवाही नही करने से लोग पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े रहे है।
जानकारी के अनुसार तहनालगेट मार्ग पर रेगर बस्ती के बाहर एक सन्दिग्ध मकान में कुछ समय से हो रहे अनैतिक कार्यो की शिकायत बस्तीवासियों ने सूत्रों के द्वारा पुलिस को दी। सूचना के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही करने, रात में व दिन में क्षेत्र में कई वाहनों के जमावड़े के साथ लोगों की बढ़ती आवाजाही से परेशान हुए बस्तीवासियों का गुस्सा फूट पड़ा औऱ दीपावली के दूसरे दिन 2 नवम्बर की रात में एक सौ से अधिक लोग जिसमें महिला, पुरुष व बच्चे भी शामिल थे लांबमद होते हुए इलाके का घेराव कर लिया तथा बस्ती के पास हो रहे अनैतिक कार्यो की पुलिस को दी सूचना दी। सूचना पर जाप्ते के साथ मौके पर पहुंची थाना प्रभारी माया बैरवा को बस्ती के लोगों ने शिकायत करते हुए बताया कि क्षेत्र में अनैतिक कार्यो से बस्ती का वातावरण दूषित होते जा रहा है। पुलिस ने मौक़े से दो सन्दिग्ध महिलाओं को डिटेन करते हुए अपने साथ ले गई।
पुलिस पर लीपापोती करने का आरोप: रेगर बस्ती के लोगों ने इस मामले में पुलिस पर लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए बताया कि दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाही नही की गई। जिससे बस्तीवासियों में पुलिस के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।
नाम नही छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि अनैतिक कार्यो का अड्डा जिलामुख्यालय की असावा कॉलोनी में कही संचालित था। वहां के बस्तीवालों के विरोध झेल कर ठिकाना बदलते हुए सन्दिग्धों ने रेगर बस्ती के बाहर अपना ठिकाना बना दिया। वही शहर की पास कॉलोनी में भी ऐसा धंधा फलफूल रहा है। पुलिस को शिकायत करने पर अनैतिक कार्य करने वाले लोग शिकायतकर्ताओं के घर लड़ाई झगड़ा करने आ धमकते है। शिकायतकर्ताओं का नाम लीक होने में भी पुलिस की मिली भक्ति साफ दिखाई देती है।
मामले की जानकारी अधिकारियों तक को नही:- इस मामले को लेकर जब पत्रिका ने शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक ओम प्रकाश विश्नोई से जानकारी ली तो डिप्टी विश्नोई ने दो दिन पहले हुई इस घटना से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए थानाधिकारी से सम्पर्क साध कर घटना को सत्य बताया। इस बात से लगता है कि शाहपुरा में हो रहे अपराध व घटनाओं को लेकर शाहपुरा थाना व अधिकारियों के बीच तालमेल का अभाव होने से भी क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां बढ़ती जारही है।
गौर करने वाली बात यह है कि जिला बनते ही शाहपुरा में जहाजपुर मार्ग पर सपा सेंटर की आड़ में लम्बे समय तक अनैतिक कार्यो का धंधा होता रहा। लोगों के विरोध के बाद सन्दिग्धो को शाहपुरा ही छोड़ना पड़ा।
इनका कहना है: रेगर बस्ती से 2 नवम्बर रात फोन आते ही जाप्ते के साथ हम पहुंचे। मकान में दो युवतियां मिली जो एक जोधपुर व एक भीलवाड़ा की निवासी थी। पूछताछ में दोनों युवतियां यहां किराए पर रहना बताया। मकान मालिक जो कही बाहर रहता है उसे बुलाकर मामले की पूर्ण तस्दीक की जा रही है। बस्तीवालों की ओर से अभी तक कोई रिपोर्ट नही दी गई। माया बैरवा, शाहपुरा थाना प्रभारी