रबी फसलों में डीएपी की जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट उर्वरक का उपयोग करें किसान
अजमेर । ग्राहृय परीक्षण केन्द्र के उप निदेशक कृषि (शस्य) मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान मेे रबी फसलों की बुवाई का समय चल रहा हैं। इस वर्ष राजस्थान में औसत से अधिक बरसात हुई हैं। ऐसे में राजस्थान राज्य में रबी फसलों में तिलहन और दलहन का रकबा बढ़ने की उम्मीद हैं। वर्तमान में अधिकतर किसान रबी फसलों में डीएपी और यूरिया का इस्तेमाल करते हैं। इसके लगातार इस्तेमाल से मिट्टी के अंदर पोषक तत्वों का आदर्श संतुलन बिगड़ता जा रहा हैं। सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) का उपयोग करने से मृदा स्वास्थ्य एवं धन दोनों की बचत होती हैं। सिंगल सुपर फॉस्फेट डीएपी का दुसरा विकल्प हैं। एक बैग डीएपी के स्थान पर तीन बैग एसएसपी एवं एक बैग यूरिया का काम में लेवें। एक डीएपी बैग की कीमत में एसएसपी के तीन बैग खरीदे जा सकते हैं। डीएपी से केवल पौधों को नाइट्रोजन व फास्फोरस ही उपलब्ध होते हैं जबकि एसएसपी को यूरिया के साथ प्रयोग करने से पौधों के लिए नाइट्रोजन व फास्फोरस के साथ दो अन्य पोषक तत्व सल्फर और कैल्सियम भी उपलब्ध हो जाते हैं। यह पोषक तत्व दलहनी व तिलहनी फसलों में उपज और गुणवत्ता को भी बढ़ाते हैं।