मस्टररोल में दर्शाई गई श्रमिकों की उपस्थिति की प्रत्येक पखवाड़े जांच कराने के निर्देश
मस्टररोल में दर्शाई गई श्रमिकों की उपस्थिति की प्रत्येक पखवाड़े जांच कराने के निर्देश
ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग ने दिए निर्देश
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अजमेर।ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग ने प्रदेश के सभी जिला परिषद के सीईओ को मनरेगा के अंतर्गत एनएमएमएस एप में अपलोड की जा रही और मस्टररोल में दर्शाई गई श्रमिकों की उपस्थिति की प्रत्येक पखवाड़े जांच कराने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार मनरेगा कार्यों के दौरान कार्यस्थल पर मस्टररोल में श्रमिकों की एनएमएमएस एप पर उपस्थिति, वास्तविक उपस्थिति श्रमिकों के अनुसार अपलोड नहीं हो रही है। ये बात संबंधित पंचायत समितियों के कार्मिकों की ओर से मनरेगा कार्य स्थल पर किए गए काम के मूल्यांकन में लापरवाही को दर्शा रहा है। इससे विभाग की छवि पर विपरीत असर पड़ रहा है। इसको देखते हुए मनरेगा
अनुभाग-3 की आयुक्त पुष्पा सत्यानी ने सभी जिला परिषद के सीईओ को जिला एवं ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित कर प्रत्येक पखवाड़े मस्टररोल की एनएमएमएस के माध्यम से अपलोड की जा रही उपस्थिति की जांच कराने और संबंधित कार्मिक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इसलिए पड़ी जरूरत
उल्लेखनीय है कि राज्य स्तरीय कमेटी की ओर से मॉनिटरिंग करने पर प्रदेश भर में गांवों में संचालित मनरेगा कार्यों की एनएमएमएस एप पर उपस्थिति, वास्तविक उपस्थित श्रमिकों के अनुसार अपलोड नहीं होने की शिकायतों में वृद्धि होती जा रही है।