जिला टूटा तो क्षेत्र के विकास, प्रशासनिक सुगमता और जनता के अधिकारों पर पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव


शाहपुरा जिले की बहाली के लिए आंदोलन को श्याम सेवा समिति का पूर्ण समर्थन
शाहपुरा: हाल ही में राज्य सरकार द्वारा 28 दिसंबर 2024 को शाहपुरा को जिला घोषित करने का निर्णय वापस ले लिया गया है। यह निर्णय शाहपुरा क्षेत्र की जनता के साथ घोर अन्याय है और इसको लेकर जनता में गहरी नाराजगी व्याप्त है। शाहपुरा के नागरिकों का मानना है कि इस निर्णय से क्षेत्र के विकास, प्रशासनिक सुगमता, और जनता के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
इस संदर्भ में, शाहपुरा की अभिभाषक संस्था ने शाहपुरा जिले की बहाली के लिए एक व्यापक आंदोलन और संघर्ष की योजना बनाई है। श्याम सेवा समिति ने इस आंदोलन के प्रति अपना पूर्ण समर्थन देने के लिए शाहपुरा बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष अधिवक्ता दुर्गालाल राजौरा, सचिव कमलेश मुंडेतिया को समर्थन पत्र सौंपते हुए कहा कि वह हर संभव तरीके से इस संघर्ष में योगदान करेगी।
श्याम सेवा समिति के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि वे अभिभाषक संस्था द्वारा तैयार की जा रही रणनीति और संघर्ष की रूपरेखा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। समिति ने यह भी घोषणा की है कि आंदोलन की सफलता और शाहपुरा को फिर से जिला घोषित करने तक वे संघर्षरत रहेंगे। आंदोलन के हर पहलू में भागीदारी रखने, क्षेत्रीय जनता को जागरूक करने और आंदोलन को मजबूती प्रदान करने का प्रयास करेंगे। श्याम सेवा समिति के प्रवक्ता ने कहा, “हम शाहपुरा के हक की इस लड़ाई में पूरी शक्ति के साथ खड़े हैं। यह आंदोलन केवल शाहपुरा को जिला दर्जा दिलाने की मांग नहीं, बल्कि क्षेत्रीय न्याय और विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।” अभिभाषक संस्था और श्याम सेवा समिति ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे इस आंदोलन में जुड़ें और एकजुट होकर शाहपुरा को न्याय दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं। इस मुद्दे को लेकर आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर जन आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी। इस मौके पर समिति के कई सदस्य उपस्थित थे।