सोशल मीडिया पर सरकार ने कसा शिकंजा, विरोध के स्वर तेज।


शाहपुरा जिला बचाओ आंदोलन…
वाल्मीकि समाज के सतीश एक दिन का उपवास बैठेंगे।
शाहपुरा प्रवासी भी दे रहे समर्थन।
वकीलों ने बारहट स्मारक को धो कर विरोध जताया।
शाहपुरा। शाहपुरा जिले को बचाने को लेकर
अभिभाषक संस्था शाहपुरा चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत वाल्मीकि समाज के सतीश कुमार घुसर मंगलवार को 10 बजे त्रिमूर्ति चौराहे पर स्मारक पर एक दिन के उपवास पर बैठ रहे है। सह सचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि वाल्मीकि समाज के घुसर ने एक दिन का उपवास पर बैठना शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक है। यह कदम प्रशासन और समाज को यह संदेश देने के लिए है कि लोग अपने जिले के भविष्य के लिए कितने चिंतित और प्रतिबद्ध हैं।आज इसका का पत्र हमको भेजा गया। कल से 4 बजे तक सतीश करंगे उपवास।
आवाज बुलंद करने की अपील: वहीं शाहपुरा प्रवासी गुजरात से महेश बसेर, किशोर पारीक, दिल्ली से राधेश्याम झवर, नमन शुक्ला, विकास मूंदड़ा,वीरेंद्र ,यज्ञ प्रकाश शारदा,सरोज,अंकित त्रिपाठी,नितिन अजमेरा,गोविन्द प्रजापत व नीरज पारीक
के अलावा बाहर रहने वाले कईं प्रवासी शाहपुरा संघर्ष समिति को अपना पूरा समर्थन देते हुए।
वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष धनश्याम शांतिलाल धूसर,निर्मल घुसर,सतीश घुसर,पुष्पेंद्र घुसर,रमेश घुसर आदी ने भीI इस आंदोलन में समर्थन दिया।
घर-घर जाकर जन जागरण अभियान, सोशल मीडिया एकाउंट पर लगाई लगाम: शाहपुरा जिले को बरकरार रखने के लिए वकीलों द्वारा बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुप पर सरकार ने शिकंजा कसते हुए बंद करवा दिया गया। जो शहर में चर्चा का विषय रहा। इस पर अभीभाषक संस्था के उपाध्यक्ष के गजेंद्र प्रताप सिंह राणावत ने कहा कि सरकार प्राथमिक स्तर पर ही आंदोलन के जन जागरण अभियान को दबाना व कुचलना चाहती है परंतु सरकार के यह प्रयास सफल नहीं होंगे हम घर-घर जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे।
अभिभाषक संस्था के सचिव वीरेंद्र पत्रिया ने बताया कि संस्था की कार्यकारिणी की बैठक कर आंदोलन को गति देने के लिए सभी अधिवक्ताओं ने 8 जनवरी तक न्यायिक कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
अभिभाषक संस्था शाहपुरा के अध्यक्ष दुर्गालाल राजोरा ने कहा कि जिले को यथावत बनाए रखने के लिए प्रवासियों के कई संगठन का समर्थन मिलना इस कदम को बड़ी सफलता मान रहे हैं।
वकीलों ने त्रिमूर्ति बारहठ स्मारक को धोकर विरोध जताया
वकीलों ने बारहट स्मारक को धो कर विरोध जताया: अभिभाषक संस्था शाहपुरा को जिला बनाए रखने के लिए सोमवार को वाल्मीकि समाज विकास समिति ने अपना समर्थन पत्र दिया। विरोध स्वरूप कई वकीलों ने त्रिमूर्ति बारहठ स्मारक पर सरकार व विधायक के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की बाद त्रिमूर्ति बारहठ स्मारक को पानी से धोया तथा विरोध जताया। संघर्ष को तेज करने का संकल्प भी लिया। इस मौके पर एडवोकेट नमन ओझा, कमलेश मुंडेतिया, अनिल शर्मा, रामप्रसाद जाट, तेजप्रकाश पाठक तथा संदीप दिनकर, बालमुकुंद तोषनीवाल, उस्मान छीपा सहित कई लोग मौजूद रहे।