महात्मा गांधी नरेगा योजना में गरिबों ने पशु आश्रय स्थल बना दिये पर अनुदान राशि के लिए लगा रहे हैं चक्कर* *08 माह बीत जानै के बाद भी अभी तक लाभार्थी को नहीं मिला भुगतान * विधवा, विकलांग तथा बीपीएल ने कर्ज लेकर बनाया पशु आश्रय स्थल

महात्मा गांधी नरेगा योजना में गरिबों ने पशु आश्रय स्थल बना दिये पर अनुदान राशि के लिए लगा रहे हैं चक्कर*  *08 माह बीत जानै के बाद भी अभी तक लाभार्थी को नहीं मिला भुगतान * विधवा, विकलांग तथा बीपीएल ने कर्ज लेकर बनाया पशु आश्रय स्थल
Spread the love

*महात्मा गांधी नरेगा योजना में गरिबों ने पशु आश्रय स्थल बना दिये पर अनुदान राशि के लिए लगा रहे हैं चक्कर*

*08 माह बीत जानै के बाद भी अभी तक लाभार्थी को नहीं मिला भुगतान
*
विधवा, विकलांग तथा बीपीएल ने कर्ज लेकर बनाया पशु आश्रय स्थल

आवाज राजस्थान की
————
मसूदा // पंचायत समिति की ग्राम पंचायत देवास में
महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत विधवा विकलांग व बीपीएल परिवारों के लिए बनाये गये पशु आश्रय स्थल बनाने वाले लाभार्थियों को सरकारी कर्मचारी तथा पंचायतराज व्यवस्था के कारण ब्याज भरने को मजबूत होना पड़ रहा है।
हालात यह है की गांव के सात परिवार जिन का चयन मनरेगा में पशु आश्रय स्थल योजना के लिए हुआ वह आज पंचायत राज व्यवस्था के चलते
सरकारी राशि के लिए दर दर भटकने को मजबूर हैं
देवास पंचायत के ग्राम रेल के बढ़िया में पशु आश्रय स्थल निर्माण में व्यक्तिगत लाभार्थी से ₹5000 लेने का आरोप भी लगाया गया है ग्राम पंचायत देवास में विधवा महिला, विकलांग व बीपीएल के यहां आश्रय स्थल बनाया गया था गरीब परिवारों द्वारा आश्रय स्थल निर्माण करवाये जाने कै बाद अभी तक पंचायत समिति के JEN ने MB नहीं भरी
MB नहीं भरे जाने से भूगतान प्रक्रिया भी शूरू नहीं हुई
गांव के ही दुर्गा सिंह पुत्र तेज सिंह देवपुरा ने बताया कि 1 वर्ष से अधिक समय हो गया पशु आश्रय स्थल बनाए लेकिन अभी तक उन्हें कोई भुगतान नहीं मिला है जबकि उन्होंने ब्याज पर लेकर इसका निर्माण करवाया था वह एक गरीब परिवार से है तथा विकलांग है ऐसे में उन्हें ब्याज भरने में अब परेशानी हो रही है
इसी प्रकार गांव के ही हरचंद रावत ,विधवा महिला पताशी देवी सहीत कुल सात परिवारो ने आश्रय स्थल का निर्माण करवा दिया वो अब भूगतान के लिए दर दर भटक रहे है
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 -22 में 90,000 की राशि से पशु आश्रय स्थल महात्मा गांधी नरेगा योजना बनाया उस समय श्रम मद के 11000 रूपये उन्हें मिले लेकिन सामग्री मद का भूगतान अभी तक नहीं हो पाया दबी जुबान में उन्होंने आरोप लगाया की कुछ कार्मिक कह रहे हैं जब तक कमिशन नहीं दोगौ भूगतान नहीं होगा ।
सरकार एक ओर तो प्रशासन गांव कै संग अभियान चला कर आम नागरिकों तक सरकारी योजना का लाभ पहूचा रही है वहीं दूसरी ओर लापरवाह कर्मचारी गरीबों को सहायता राशि के लिए चक्कर लगवा रहे हैं
विजय कुमार पाराशर
आवाज राजस्थान की
9414302519


Spread the love

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *