राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का पंचायत समिति सदस्यों ने किया बहिष्कार….. संपूर्ण प्रदेश में आज होने थे शिविर…. जिला अध्यक्ष अरुणा टाक के नेतृत्व में किया बहिस्कार, दिया ज्ञापन…
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का पंचायत समिति सदस्यों ने किया बहिष्कार…..
संपूर्ण प्रदेश में आज होने थे शिविर….
जिला अध्यक्ष अरुणा टाक के नेतृत्व में किया बहिस्कार, दिया ज्ञापन…
अजमेर। पंचायती राज संस्थाओं की त्रिस्तरीय व्यवस्थाओं के महत्वपूर्ण अंग पंचायत समिति सदस्यों की समस्याओं का समाधान कराने व अधिकार प्रदत करने को लेकर आज संपूर्ण प्रदेश में आयोजित प्रशिक्षण शिविर का पंचायत समिति सदस्यों ने बहिष्कार किया।
पंचायत समिति सदस्य संघ की जिला अध्यक्ष अरुणा टाक ने बताया कि राजस्थान पंचायती राज संस्थाओं का संस्थापन राज्य है। तथा यहां की पंचायती राज संस्थाएं बहुत सशक्त है लेकिन त्रिस्तरीय व्यवस्था की महत्वपूर्ण अंग पंचायत समिति सदस्य का निर्वाचन तो 5 वर्ष के लिए होता है लेकिन उसका प्रधान के मतदान के उपरांत महत्व व ओचितय शून्य हो जाता है। प्रदेश के पंचायत समिति के हजारों सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास एवं मतदाताओं को किसी भी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने का अधिकार भी नहीं है। वह मात्र पंचायत समिति की साधारण सभा की कौरव पूर्ति करने के संसाधन मात्र होते हैं और यह बैठक भी 6 माह में एक बार होती है जबकि पंचायत समिति सदस्य का निर्वाचन क्षेत्र सरपंच से भी बड़ा होता है।
पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण की ग्राम पंचायत कानस मुख्यालय पर पंचायत समिति सदस्य संघ की जिलाध्यक्ष अरुणा टाक के नेतृत्व में आज आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविर का बहिष्कार कर सहायक विकास अधिकारी श्यामसुंदर चचावा व जोधावत को मुख़्यमंत्री व पंचायती राज मंत्री के नाम अपनी नौ सूत्रीय मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पे जिलाध्यक्ष अरुणा टाक, हंसराज वैष्णव, कैलाश चंद, ज्ञान सिंह रावत, जीतेन्द्र मौर्य, शंकरलाल जाट, बालकनाथ सहित अन्य पंचायत समिति सदस्य मौजूद थे।