तबादले का अधिकारी नही फिर भी ब्यावर एसीईओ ने कर दिया तबादला पाली जिले की रायपुर से मसूदा मे किया तबादला पंचायत राज मंत्री तथा जिला प्रमुख के अधिकारों मे हस्तक्षेप

तबादले का अधिकारी नही फिर भी ब्यावर एसीईओ ने कर दिया तबादला पाली जिले की रायपुर से मसूदा मे किया तबादला पंचायत राज मंत्री तथा जिला प्रमुख के अधिकारों मे हस्तक्षेप
Spread the love

तबादले का अधिकारी नही फिर भी ब्यावर एसीईओ ने कर दिया तबादला

पाली जिले की रायपुर से मसूदा मे किया तबादला

पंचायत राज मंत्री तथा जिला प्रमुख के अधिकारों मे हस्तक्षेप

 

पंचायत राज विभाग मे पंचायत समिति के भीतर तथा अन्तर पंचायत समिति स्तर पर तबादले का अधिकारी प्रशासन स्थापना समिति को वही अन्तर जिले मे तबादले का पावर पंचायत राज मंत्री के पास है परन्तु नव गठित जिलो मे पद स्थापित एसीईओ अपने स्तर पर ही तबादला आदेश जारी कर रहे है जब की एसीईओ को तबादले को लैकर किसी प्रकार का कोई अधिकार पंचायत राज विभाग में नही है तबादले को लेकर एक एसा ही मामला नवगठित ब्यावर जिले मे आया है जहा एसीईओ ने रायपुर पंचायत समिति से मसूदा पंचायत समिति मे कार्मिक का तबादला कर दिया है
जब की रायपुर पंचायत समिति पाली जिले के अधिन है वही मसूदा अजमेर जिले के अधिन आता है
हालाकी मसूदा व रायपुर दोनो नव गठित ब्यावर जिले के भाग है परन्तु राज्य सरकार ने अभी जिला परिषद व पंचायत समिति का पुर्नगठन नही किया तथा न ही नव गठित जिलो मे जिला परिषद मे सीईओ की नियुक्ती की है
नव गठित ब्यावर जिले में जिला परिषद का गठन अभी तक नहीं हो पाया है। हालांकि राज्य सरकार ने जिले में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद पद पर गोपाल मीना को नियुक्त किया है।

जारी किया गया आदेश

मीना ने कनिष्ठ सहायक राजकुमारी गौड़ का तबादला रायपुर पंचायत समिति से मसूदा पंचायत समिति में कर दिया। रायपुर पंचायत समिति के विकास अधिकारी ने गौड़ को कार्यमुक्त करते हुए उपस्थिति नव पदस्थापित पंचायत समिति में देना सुनिश्चित कर दिया।

लेकिन, मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर उत्सव कौशल ने तबादला निरस्त कर दिया।
——

जिला स्थापना समिति की बैठक में अप्रूव्ड होते हैं तबादले
—-
जिला परिषद से किए जाने वाले तबादलों को पहले जिला स्थापना समिति की बैठक में अप्रूव्ड किया जाता है। जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अलावा जिला कलेक्टर या उनका प्रतिनिधि भी इस समिति के सदस्य होते हैं।
—-
गणेशपुरा ग्राम पंचायत से संचालन
—-
जिला स्तर के जिला परिषद के एसीईओ को गणेशपुरा ग्राम पंचायत के कार्यालय में बैठकर अपने आफिस का संचालन करना पड़ रहा है।

अजमेर जिला परिषद से हो रहा है संचालन

अजमेर जिला परिषद के अभी 32 वार्ड हैं और जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा हैं। अजमेर जिले से ब्यावर और केकड़ी जिले अलग हो गए हैं। लेकिन दोनों ही जिलों में अभी तक जिला परिषद का गठन नहीं हो सकता है। सारे परिषद सदस्यों के काम अजमेर से हो रहे हैं।

32 में से 8-8 वार्ड

ब्यावर और केकड़ी जिले में नई जिला परिषद का गठन होने के बाद अजमेर जिला परिषद के क्षेत्र में 32 में से 16 वार्ड ही रह जाएंगे


Spread the love

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *