नामदेव छीपा, दर्जी समाज के युवा, वयोवृद्ध बैठे धरने पर

शाहपुरा जिला बचाओ आंदोलन।
रैली में बुजुर्ग भी काले झंडों के साथ जोश में दिखे।
आंदोलन समाप्त की अफवाहों पर ध्यान ना दे।
नेताओं की तुलना गुड और गोबर से ना करें….
राजपूतों ने भी सरकार के खिलाफ भरी हुंकार, दिया समर्थन।
शाहपुरा, 4 फरवरी। जिले का दर्जा खत्म करने को लेकर अभिभाषक संस्था, शाहपुरा की पहल से तथा शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति द्वारा एक माह पूर्व से चल रहे आंदोलन के 35वें दिन मंगलवार को छिपा समाज के अध्यक्ष उदयलाल छीपा एवं दर्जी समाज के अध्यक्ष रमेश टेलर के नेतृत्व में त्रिमूर्ति चौराहे से समाज के लोगों ने रैली निकालते हुए उपखंड कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। युवाओं के साथ धरना देने आए बुजुर्गों का जोश भी बनते दिखा, बुजुर्ग भी हाथों में काले झंडे लहराते हुए जिला बचाने को लेकर गढ़े गए नारे पूरे जोश व आक्रोश के साथ लगा रहे थे।
उपखंड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठने से पूर्व संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने धरना देने आए युवाओं के साथ 95 साल के बुजुर्गों को माला पहनाकर स्वागत किया। नामदेव छिपा एवं दर्जी समाज के कन्हैयालाल आर्य 95, भाजपा नेता सतनारायण तोलंबिया, समाज की युवा अध्यक्ष पीयूष छिपा, रामस्वरूप तोलंबिया, बंसीलाल छिपा, मदनलाल छिपा, विजय टेलर, राजेश धूमस, राकेश कुमार डीडवानिया, मोनू नामदेव छीपा सहित कई युवा बुजुर्गों ने एक स्वर में जिले की मांग की।


विधायक विधानसभा में उठाए सवाल: कवि दिनेश बंटी शर्मा ने दिन भर चल रहे धरने के तहत मंच से क्षेत्रीय विधायक विधायक से अपील करते हुए कहा कि अभी विधानसभा चल रही है सभा में क्षेत्र के विधायक क्षेत्रवासियों की ओर से सवाल रखें कि सरकार ने शाहपुरा का जिला दर्जा समाप्त क्यों किया?. शाहपुरा जिले से छोटे डीग, सलूंबर अन्य जिलों का दर्जा समाप्त क्यों नहीं किया? इस दौरान कवि शर्मा ने सरकार व राजनेताओं पर कविता के माध्यम से तंज कसते हुए कविता में नेता को तराजू में गुड से तौल कर नेताओं की तुलना गुड से करने को गलत बताया ….इस व्यंग्यात्मक कविता पर शर्मा ने खूब तालियां बटोरी और धरने पर बैठे लोग हंस हंस कर लोटपोट हो गए।


आंदोलन समाप्त की अफवाहों पर ध्यान ना दें: धरना स्थल पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष दुर्गा लाल राजौरा, संयोजक रामप्रसाद जाट ने कहा की क्षेत्र में कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि जिला बचाओ आंदोलन समाप्त हो चुका है। नगर में ऐसी फैल रही अफवाहों पर ध्यान ना दें। ऐसी भ्रांतियां फैलाकर समाज कंटक आन्दोलन को कुचलने का प्रयास कर रहे जो कभी कामयाब नहीं होंगे। समिति के अविनाश शर्मा ने कहा कि जब तक शाहपुरा को जिले के दर्जा नहीं दिया जाएगा तब तक आंदोलन अनवरत रूप से जारी रहेगा।
राजपूतों ने दिया समर्थन: मंगलवार को राजपूत समाज के गोवर्धन सिंह राणावत जोगेंद्र सिंह सरपंच भगवत सिंह राणावत आदि क्षत्रिय राजपूत समाज के लोगों ने भी सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए संघर्ष समिति को अपना लिखित समर्थन पत्र देखकर आंदोलन में शरीक होते हुए जिला बचाने को आगे आए।
5 फरवरी को जेबीआर ग्रुप बलाई समाज ग्रामीण क्षेत्र बनेड़ा, शाहपुरा के सदस्य धरने पर बैठेंगे।
