विधायक ने वार्ता का प्रस्ताव रखा।



विधायक का शक्ति प्रदर्शन, जनता में नाराजगी:

रैली के दौरान पुलिस का कड़ा बंदोबस्त:

लंबा जाम, पुलिस पर उठे सवाल:
शाहपुरा,12 फरवरी। शाहपुरा जिला समाप्ति को लेकर विगत 42 दिनों से चल रहे आंदोलन को लेकर क्षेत्रीय विधायक लालाराम बैरवा ने बुधवार को जिला बचाओ संघर्ष समिति एवं अभिभाषक संस्था, शाहपुरा को पत्र सौंप कर वार्ता का प्रस्ताव रखा। इस संदर्भ में न्यायालय परिसर के अभिभाषक सभागार में अभिभाषक संस्था व संघर्ष समिति की दो अहम बैठकें दुर्गा लाल राजौरा की अध्यक्षता में अलग अलग हुई। संघर्ष समिति की बैठक में सदस्य उदयलाल बैरवा, किसान नेता सूर्यप्रकाश ओझा, विजय जोशी, राजेंद्र बोहरा, पार्षद मुबारिक हुसैन, हाजी उस्मान मोहम्मद, मोहम्मद अली, अविनाश शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने चर्चा की। बैठक में आंदोलन जारी रखते हुए वार्ता को खुले मंच पर कराने, दर्ज झूठे मुकदमों की वापसी और बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने जैसी शर्तों पर सहमति बनी।
विधायक का शक्ति प्रदर्शन, जनता में नाराजगी: विधायक लालाराम बैरवा ने बुधवार को अपने समर्थकों के साथ वाहन रैली निकाली, जिससे शाहपुरा के लोगों में आक्रोश देखा गया। क्षेत्रवासियों का आरोप था कि विधायक एक तरफ वार्ता की पेशकश कर रहे हैं और दूसरी ओर शक्ति प्रदर्शन कर जनता को डराने की कोशिश कर रहे हैं।

रैली के दौरान पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहा: जिससे यह भी चर्चा का विषय बना कि 60 हजार मतों से विजयी होने के बावजूद विधायक को अपने क्षेत्र में पुलिस के कड़े जाप्ते के बीच, निजी बाउंसरों व समर्थकों के बीच घिरे रह कर रैली निकालने की आवश्यकता क्यों पड़ी?।
उल्लेखनीय है कि जिला समाप्ति को लेकर शाहपुरा क्षेत्रवासियों का सरकार के साथ विधायक लालाराम बेरवा के प्रति भी काफी आक्रोश व विरोध होने से पुलिस ने विधायक की रैली के दौरान अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रखा।

लंबा जाम, पुलिस पर उठे सवाल: भीलवाड़ा-जयपुर मेगा हाईवे पर निकाली गई इस रैली से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे आमजन को भारी परेशानी हुई। यात्रियों और वाहन चालकों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आंदोलन की छोटी रैलियों को रोकने वाली पुलिस ने राजनीतिक दबाव में इस बड़े जाम की अनदेखी की।
इनका कहना है: जिला खत्म हुआ है उसका दर्द मुझे है। पिछले सरकार ने वोट लेने के लिए आनन फानन 19 जिले घोषित किए। उसमें से शाहपुरा जिला भी था। जो टीम यहां पर सर्वे पर आई उन्हें शायद जिला मापदंडों पर खड़ा नहीं उतरने के कारण जिला समाप्त हुआ। मैं जनता की भावना को मुख्यमंत्री के सामने रखूंगा और मीडिया के द्वारा आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर राजस्थान के अंदर जिला बना तो शाहपुरा पहला जिला बनेगा। लाला राम बैरवा, शाहपुरा विधानसभा, विधायक