ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के लिए महिलाओं के स्वय सहायता समूह को सफाई ठेका
ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के लिए महिलाओं के स्वय सहायता समूह को सफाई ठेका
जयपुर, ग्राम पंचायतों मे सफाई एक बहुत बडा मुद्दा है सरकार सफाई के लिए राशि देती है परन्तु गांव मे सफाई नही होती पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर बार बार कहते है सरकार साल के 12 लाख सफाई के लिए दे रही है फिर भी सफाई नही होती एसे मे अब
राज्य की ग्राम पंचायतों की सफाई महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कराई जाएगी। स्वयं सहायता समूह भी ठेकेदार फर्म की तरह ठेका लेकर सफाईकर्मी रखकर काम करेंगे। प्रत्येक पंचायत को एक लाख रुपए प्रति माह सफाई के लिए मिल रहे हैं। राज्य के 352 ब्लॉक में 11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतें हैं। विभाग ज्यादातर ग्राम पंचायतों में सफाईव्यवस्था से संतुष्ट नहीं है। इसलिए राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को
यह जिम्मा देने का नवाचार किया जा रहा है। पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी
महिलाएं ग्राम पंचायत में सफाई का ठेका लेकर अपनी पंचायत को भी साफ करने के साथ कमाई भी कर सकती हैं।
ग्राम पंचायतों मैं सफाई को लेकर यह नवाचार कारगर साबित होगा ईस सै जहा स्वय सहायता समूह मजबूत होगै वही महिलाओं को रोजगार मिलने कै साथ साथ गाव मै स्वच्छता भी नजर आयैगी
सरकार ने प्रत्येक सफाई कर्मचारी के लिए न्यूनतम 9 हजार रुपए मासिक की दर तय की है। अवकाश के दिन भी काम करें तो महीने के
12 हजार रुपए कमा सकती है।