सचिन पायलट का बड़ा बयान: “जब भी हो जनगणना, हो जातिगत जनगणना” – सरकार की मंशा पर उठाए सवाल

📍 नई दिल्ली।
कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जातिगत जनगणना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने स्पष्ट तौर पर यह मांग उठाई है कि जब भी देश में जनगणना कराई जाए, उसमें जातिगत आंकड़ों को भी शामिल किया जाए।
पायलट ने कहा, “राहुल गांधी ने सड़क से लेकर संसद तक यह मांग मजबूती से रखी है। जब तक हमारे पास समाज के सभी वर्गों के सटीक आंकड़े नहीं होंगे, तब तक नीतियों में समावेश और समता सुनिश्चित नहीं की जा सकती।”
उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना कराने का मकसद केवल जनसंख्या का वर्गीकरण नहीं, बल्कि यह जानना भी है कि देश के अलग-अलग वर्गों के लोग किस सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति में हैं। इससे यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि क्या वे लोग सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो पा रहे हैं या नहीं।
पायलट ने केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “अब जबकि सरकार एक बार फिर जातिगत जनगणना कराने की मांग से पीछे हटती दिख रही है, तो इस पर संदेह उठना स्वाभाविक है। क्या सरकार वाकई में सबको साथ लेकर चलना चाहती है?”
कांग्रेस लंबे समय से यह मांग कर रही है कि देश की जनगणना में जातिगत आंकड़े सार्वजनिक रूप से संग्रहित और प्रस्तुत किए जाएं, जिससे नीति निर्धारण और संसाधनों के समुचित वितरण में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित हो।