पुष्कर में एसीजेएम कोर्ट खोले जाने की मांग  पुष्कर बार एसोसिएशन ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को दिया ज्ञापन

पुष्कर में एसीजेएम कोर्ट खोले जाने की मांग     पुष्कर बार एसोसिएशन ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को दिया ज्ञापन
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पुष्कर में एसीजेएम कोर्ट खोले जाने की मांग

 

पुष्कर बार एसोसिएशन ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को दिया ज्ञापन

 

पुष्कर । पुष्कर बार एसोसिएशन ने आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ को पुष्कर आगमन पर आज मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर पुष्कर में एसीजेएम कोर्ट खोले जाने की मांग की।

 

बार एसोसिएशन पुष्कर के अध्यक्ष कुलदीप पाराशर ने बताया कि पुष्कर में सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय का संचालन 1993 से हो रहा है, जो कि प्रथम श्रेणी का न्यायालय है। न्यायालय में दीवानी एवं फौजदारी प्रकृति के लगभग 3500 मामले विचाराधीन है। विचाराधीन मामले ज्यादा होने से पक्षकारों के मामलों की शीघ्र सुनवाई नहीं होने से पक्षकारों को न्याय प्राप्ति में काफी विलम्ब हो रहा है। न्यायालय का नया परिसर वर्ष 2008 में दो मंजिला बना हुआ है जिसके सतह परिसर में वर्तमान न्यायालय संचालित हो रहा है। प्रथम तल में बने एक कमरे में ग्राम न्यायालय पीसांगन का केम्प कोर्ट संचालित हो रहा है शेष कमरे व हॉल खाली है जिसमें एसीजेएम कोर्ट संचालन हेतु पर्याप्त जगह उपलब्ध है। कोर्ट में मामलों की अधिकता को देखते हुए एसीजेएम कोर्ट खोला जाना न्यायोचित होगा, क्योंकि न्यायालय की सिविल अधिकारिता दो लाख रूपये तक के वाद पत्र प्रस्तुत होने व तीन वर्ष तक की सजा के प्रावधान वाले प्रकरण ही सुनवाई हेतु प्रस्तुत किये जाते है। ऐसे में एसीजेएम कोर्ट खुल जाने से पांच लाख तक के सिविल वाद एवं सात वर्ष तक की सजा के प्रावधान वाले मामले प्रस्तुत हो सकेंगे। जिससे कि पक्षकारों को अत्यधिक सुविधा मिल सकेगी व पक्षकारों को पुष्कर की दुर्गम पहाड़ी से होते हुए अजमेर के न्यायालय में नहीं जाना पड़ेगा। समय की मांग को देखते हुए पक्षकारों को शीघ्र एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की मंशा को दृष्टिगत रखते हुए अतिशीघ्र तीर्थराज पुष्कर में अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय (एसीजेएम) कोर्ट खोले जाने हेतु विधान सभा के वर्तमान सत्र में उच्च स्तरीय कार्यवाही कर स्वीकृत कराने की मांग रखी। इस अवसर पर बार के सचिव सन्दीप पाराशर, पुरूषोत्तम जाखेटिया, एसके चौधरी, रघु पारीक, अर्जुन सिंह राठौड़, मदन सांखला, मुकेश सुनारीवाल, फिरोज मोहम्मद, प्यारे मोहन गुप्ता, अमित गौतम, सुरेश खटीक, राजेश उदय, महेश जाचक आदि अधिवक्तागण मौजूद थे।

आवाज़ राजस्थान की


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