प्रजापत समाज के नवयुवक धरने पर बैठे



शाहपुरा जिला बचाओ आंदोलन को 30 बीते।
जारी रहेगा अनवरत आंदोलन।
रियासतकालीन शाहपुरा मानचित्र की प्रदर्शन झांकी निकाली।
शाहपुरा , 31 जनवरी। शाहपुरा को वापस जिले का दर्जा देने को लेकर से शाहपुरा संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन प्रजापत समाज के युवा धरने पर बैठे
महलों के चौक से पूरे जोश आक्रोश के साथ प्रजापत युवा मंडल के कई युवा ढोल नगाड़ों के साथ विरोध प्रदर्शन रैली निकाली। नगर के सदर बाजार, नया बाजार, बस स्टैंड होते हुए उपखंड कार्यालय के सामने पहुंचे। जहां युवाओं ने जमकर नारेबाजी की। यहां पर संघर्ष समिति अध्यक्ष दुर्गा लाल राजौरा, संयोजक रामप्रसाद जाट आदि सदस्यों की अगुवाई में उपखंड अधिकारी भरत जयराम मीणा को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। महासचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि श्रीयादे मां नवयुवक मंडल प्रजापति समाज अध्यक्ष राजेश प्रजापत, संरक्षक दिनेश प्रजापत उपाध्यक्ष अशोक, बिरजू, महामंत्री नारायण सचिव राजेंद्र, मुकेश, गोविंद, बबलू प्रजापत, विजय राजोरा सहित कई युवक धरने पर बैठे।
रियासतकालीन शाहपुरा मानचित्र की प्रदर्शन झांकी निकाली।: महलों की चौक से मस्क बैंड बाजो के साथ निकाली गई रैली में प्रजापत नवयुवकों ने रियासतकालीन शाहपुरा के मानचित्र को एक बड़े पोस्टर पर उकेर के प्रदर्शनी के रूप में ट्रैक्टर में सजाकर धरना स्थल पर लाए। नगर भ्रमण के दौरान युवकों ने इस प्रदर्शनी को झांकी के रूप में निकल कर दर्शाने का प्रयास कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया कि रियासत काल में जब भीलवाड़ा जिला नहीं बना उससे पहले शाहपुरा में कोर्ट, सेकेंड्री स्कूल, बिजली उत्पाद का विद्युत घर सहित उस काल में जिले के बड़े क्षेत्रफल को भी दर्शाया गया। इसके अलावा झांकी में शाहपुरा स्टेट (राज्य) होने के भी कई साक्ष्यों को प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी को देख लोगों में उत्साह का माहौल था।बन्ना लाल खारोल के नेतृत्व में क्षेत्र के खारोल (खारवाल) समाज के लोगों ने संघर्ष समिति को लिखित समर्थन पत्र सौंपा।1 फरवरी को तेली समाज के सदस्य जन आक्रोश रैली निकालकर धरने पर बैठेंगे।