जिला कलेक्टर ने “प्लास्टिक मुक्त शाहपुरा अभियान” का किया शुभारम्भ।
विश्व पृथ्वी दिवस
जिला कलेक्टर ने “प्लास्टिक मुक्त शाहपुरा अभियान” का किया शुभारम्भ।
कपड़ें के थैले बाँटकर की शुरुआत।
शाहपुरा-देव कृष्ण राज पाराशर,22अप्रैल। हरित शाहपुरा पर्यावरण संवर्धन संस्थान ने आज 22 अप्रैल विश्व पृथ्वी दिवस पर जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा “प्लास्टिक मुक्त शाहपुरा अभियान” का पोस्टर विमोचन कर व प्लास्टिक निषेध लिखित संदेश के कपड़े के थैले वितरित कर इस अभियान का शुभारंभ किया।
शेखावत ने पृथ्वी दिवस पर नवसृजित शाहपुरा जिले के लिए पृथ्वी प्रकृति पर्यावरण के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आव्हान किया…छोटी मोटी खरीददारी व फल सब्जी खरीदने के लिए इन्हीं कपड़े के थैलों का उपयोग करने का आव्हान किया व शाहपुरा जिले की धरोहर स्वरूप जलस्रोतों तालाब, बावड़ियों, कुओं की सफाई व संरक्षित करने व इनके किनारे वृक्षारोपण के लिए कमर कसकर योजना तैयार करने का आव्हान किया नया बस स्टैंड भीलवाड़ा रोड पर हरित शाहपुरा द्वारा लगाए गए गुलमोहर,करन्ज, कचनार, अमलतास आदि पेड़ों पर लाल, पीले, गुलाबी, सफेद नीले रंग के फूल खिलकर शाहपुरा के प्रवेश द्वार पर ही प्राकृतिक सजावट हो रही है जिसकी शेखावत ने मुक्त कण्ठ संस्था की प्रशंसा की।
आपको बतादें की हरित शाहपुरा पर्यावरण संवर्धन संस्थान विगत 8 वर्षों से शाहपुरा क्षेत्र में प्रकृति पर्यावरण व सामाजिक जागरूकता हेतु निरंतर कार्य कर रहा है इसी श्रृंखला में संस्थान सचिव दिनेश सिंह भाटी ने बताया कि इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस 2024 की थीम “पृथ्वी ग्रह बनाम प्लास्टिक” है अर्थात प्लास्टिक अपने आप में एक वैश्विक समस्या बन चुका है इसलिए संस्था द्वारा स्वच्छ भारत मिशन व शाहपुरा नगर को यहाँ के जल स्रोतों को साफ स्वच्छ रखने हेतु प्लास्टिक की थैलियां का उपयोग शून्य हो वह शाहपुरा प्लास्टिक मुक्त बने और प्राकृतिक वस्तुओं का अधिकतम उपयोग हो।
कार्यक्रम में प्रतापसिंह राणावत,दिनेश सिंह भाटी,देवेन्द्र चाँवला प्र. शा. सहायक डाइट,जयकिशन घूसर,मनोज कुमार धाकड़, राकेश मीणा,सुमन कँवर,अंजुम बानू निधि टांटिया वाल, सुन्दर रेगर छात्राध्यापक आदि उपस्थित थे।
6 क्षेत्र में एक वर्ष तक चलेगा अभियान:- क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त अभियान कार्यक्रम अगले 1 वर्ष तक निरंतर चलेगा जिसमें 1.धार्मिक स्थान 2. मंदिर परिसर 3.व्यापारिक संस्थान 4.विद्यालय व महाविद्यालय 5.शिक्षण संस्थान व कोचिंग संस्थान 6.समस्त राजकीय विभाग व निजी संस्थाओं के अंतर्गत सभी के सामुदायिक सहयोग से यह कार्य किया जाएगा।