सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी की झूठी शिकायत करना पड़ा सकता है भारी ,पंचायतीराज मंत्री ने दिए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश
सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी की झूठी शिकायत करना पड़ा सकता है भारी
पंचायतीराज मंत्री ने दिए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश
ग्रामीण क्षेत्र की ग्राम पंचायतों मे सरपंच तथा ग्राम विकास अधिकारी की झुठी शिकायत कर बदनाम करने वालो के खिलाफ कार्यवाही हो सकती है एक एसे ही प्रकरण में
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय को करने वाले शिकायतकर्ता के अपनी शिकायत वापस ले लेने पर शिकायतकर्ता के ही खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज कराने और पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
प्रकरण में प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएम ऑफिस को 17 फरवरी, 2024 को आबू रोड सिरोही के ग्राम खड़ात निवासी रामलाल माली ने ग्राम पंचायत खड़ात के वर्तमान सरपंच एवं ग्राम
शिकायत की थी कि दोनों ने अपने पद का दुरुपयोग कर सरकारी राशि का दुरुपयोग कर सरकारी राजकोष को हानि पहुंचाई है, जिसकी जांच की जाए। शिकायत की जांच के लिए संभागीय आयुक्त पाली को पत्र लिखा गया। इस पर संभागीय आयुक्त ने जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ने 21 मई, 2024 को जांच के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला सिरोही को निर्देशित किया। इसके बाद शिकायतकर्ता रामलाल पुत्र भूराराम माली ने शिकायत को
वापस लिए जाकर प्रकरण में कोई जांच नहीं करवाने का शपथ पत्र सीईओ जिला परिषद सिरोही को पेश किया। प्रकरण में संभागीय आयुक्त ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सरपचं और ग्राम विकास अधिकारी क खिलाफ विचाराधीन जांच प्रकरण को समाप्त कर पत्रावली मंत्री मदन दिलावर को भेजी। दिलावर ने मामले को संदेहास्पद मानते हुए पूरी जांच करने तथा शिकायतकर्ता के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।