5 फीट पंखों वाली लोमड़ी जैसी चमगादड़ ने मचाई सनसनी।ग्रामीणों में दहशत।


ग्रामीणों में दहशत।
विशालकाय चमगादड़ की काली छाया ने उड़ाए होश
सुरली कल्याणपुरा में उड़न लोमड़ बना कौतूहल का केंद्र।
शाहपुरा, 29 सितंबर 2025। क्षेत्र के सुरली कल्याणपुरा गांव के पास रविवार सुबह ग्रामीण 5 फीट चौड़े पंखों तथा ढाई से तीन फीट लंबी एक भयानक चमगादड़ को देख घबराएंगे। यह विशालकाय जीव इतना भयावह था कि बुजुर्गों के भी रोंगटे खड़े हो गए। स्थानीय निवासी सांवरा खारोल व बुजुर्गों ने बताया कि जीवन में पहली बार ऐसी राक्षसी चमगादड़ देखी। बच्चे तो डर के मारे भाग ही गए। ग्रामीणों का अनुमान है कि शायद किसी विद्युत तार की चपेट में आने से घायल होकर यह रात में ही गिर पड़ी और दिन के उजाले देख नहीं पाने से सड़क पर पड़ी मिली। लोमड़ी या स्वान की शक्ल के आकर एवं विशाल पंखों वाले डरावने उड़ने वाले जीव को देखने उमड़ पड़े। कोई सेल्फी ले रहा था, तो कोई वीडियो बना रहा। बड़ी डरावनी आंखे, मुंह खोलने पर नुकीले दांत, तीखे कान तथा पंखों के नीचे नुकीले पंजे देखकर बच्चों के साथ युवा भी इसे दहशतभरी नजरों से देखने लगे। बाद में ग्रामीणों ने इसे सुरक्षित स्थान पर छांव में रखा। रविवार रात होते ही विशालकाय चमगादड़ उड़ गई। अचानक उड़ते देख और विशालकाय काली छाया धरती पड़ी देख लोग सिहर उठे। फिलहाल, यह चमगादड़ गांव की सबसे बड़ी सनसनी व कोतूहल का विषय बन चुकी है। लोग आशंकित है।
चमगादड कोई साधारण जीव नहीं: – शाहपुरा के क्षेत्रीय वन अधिकारी थानमल जीनगर ने बताया कि चमगादड कोई साधारण जीव नहीं, पैरों समेत पंख फैलाने पर 6फीट चौड़ी यह इंडियन फ्लाइंग फॉक्स (भारतीय उड़न लोमड़) प्रजाति की है। रात के अंधेरे में ये चमगादड़ रडार की तरह इकोलोकेशन से शिकार का पता लगाती हैं, लेकिन दिन के उजाले में ये अंधी हो जाती हैं। अनुमान लगाया जड़ा कि ताकतवर शिकारी चमगादड़ खरगोश तक जैसे बड़े जीव को झपट्टा मारकर उड़ने में सक्षम दिखाई दे रहे थी।
वन अधिकारी जीनगर ने एक चौंकाने वाला खुलासा भी करते हुए बताया कि भारतीय उप महाद्वीप में पाई जानेवाली इस प्रजाति की चमगादड़ इंसानों के लिए खतरनाक नहीं होते, वैसे ये मांसाहारी नहीं होती है यह फल, फूलों का रस, पराग खाते है और बीज फैलाते है। लेकिन भूख में मांसाहारी भी होकर रात्रि में नभचर छोटे पक्षियों, चूहे, खरगोश का भी शिकार कर अपना पेट भर लेती है।।
की अपील: क्षेत्रीय वन अधिकारी जीनगर ने अपील की कि दुबारा ऐसी चमगादड़ दिखाई दे तो वन विभाग को जानकारी दे। इसे हम पकड़कर पिंजरे से कोटा क्षेत्र में छोड़ेंगे।
