अखिल भारती श्री प्राज्ञ जैन युवा मण्डल प्रधान कार्यालय बिजयनगर आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ही है प्राज्ञ संघ के वर्तमान आचार्य

अखिल भारती श्री प्राज्ञ जैन युवा मण्डल प्रधान कार्यालय बिजयनगर  आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ही है प्राज्ञ संघ के वर्तमान आचार्य
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अखिल भारती श्री प्राज्ञ जैन युवा मण्डल प्रधान कार्यालय बिजयनगर

आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ही है प्राज्ञ संघ के वर्तमान आचार्य

आवाज राजस्थान की
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अजमेर । अखिल भारतीय श्री प्राज्ञ जैन युवा मण्डल के पदाधिकारी ने एक पत्र जारी किया हैं बताया कि श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ही है प्राज्ञ संघ के वर्तमान आचार्य है। आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ही वर्तमान में सम्पूर्ण प्राज्ञ संघ के आचार्य है। पत्र में अवगत करवाया है कि पूर्व आचार्य श्री सोहन लाल जी मा.सा. ने वर्ष 1998 मे ही अपनी आचार्य पदवी एवं प्राज्ञ संघ की समस्त जिम्मेदारी आचार्य सुदर्शन लाल जी मा.सा. को सौंप दी थी। तब से आज तक आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. ने आचार्य के रूप में समस्त प्राज्ञ संघ के श्रावक श्राविकाओ को धर्म, अहिंसा एवं दया के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। परन्तु लगातार सोशल मीडिया, समाचारों में कुछ भ्रमित एवं मनगढंत अफवाहे भी फैलाई जा रही है। पत्र में सत्यता से अवगत करवाते हुए बताया कि दिनांक 16.08.2022 को सरेरी ग्राम मे श्री प्रिय दर्शन जी मा.सा. की उपस्थिति में नानक श्रावक समिति एवं कुछ क्षेत्रो के संघो के कुछ पदाधिकारियो की मिटिंग आयोजित हुई थी। प्रज्ञा जैन युवा मंडल के पदाधिकारी ने जारी पत्र में यह बताया कि सरेरी ग्राम की मिटिंग में आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. के आचार्य पद एवं संघ निष्कासन संबंधित कोई चर्चा नहीं हुई। आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. को ना तो आचार्य पद से हटाया गया और ना ही प्राज्ञ संघ से निष्कासित किया गया।
आचार्य प्रवर पर किसी भी प्रकार के आरोप प्रत्यारोप प्रमाणित नही हुए हैं। जारी पत्र में पदाधिकारी ने महत्वपूर्ण बात से अवगत करवाया कि आज तक किसी भी समिति ने आचार्य श्री को आचार्य पद से या प्राज्ञ संघ से निष्कासित नही किया है एवं ना ही जैन आगम मे ऐसे अधिकार किसी को दिए है। आचार्य एवं संघ एक दूसरे के पूरक होते है। अत: ऐसी उच्च स्तरीय मिटिंग यदि आचार्य श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. के सानिध्य में आयोजित होती तो ओर बेहतर होता ताकि सभी पक्षो की राय ली जाकर एकता एवं प्रेम का संदेश दिया जा सकता था।
पूर्व आचार्य श्री सोहन लाल जी मा.सा. द्वारा आचार्य पद श्री सुदर्शन लाल जी मा.सा. को सौंपा गया था। जिसकी जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुऐ आचार्य श्री वर्षों से लगातार प्राज्ञ संघ के श्रावक श्राविकाओं को त्याग तपस्या का धर्म संदेश देते आ रहे है। अंत में बताया कि गुरू भक्तों के यही भाव है कि सम्पूर्ण प्राज्ञ संघ के समस्त संत-सतियों एवं श्रावक श्राविकाओं में त्याग प्रेम-समर्पण की भावना से एकता का दीप शीघ्र प्रज्वलित हो।
इनका कहना है
निष्कासन की खबरें सोशल मीडिया पर चल रही थी वह गलत है। मीटिंग में निष्कासन संबंधी कोई प्रोसीडिंग नहीं हुई है। जो सत्य है उसे हमने अवगत करवाया है। मीटिंग में निष्कासन संबंधी कोई प्रोसिडिंग नहीं है। हैं तो अपने अधिकारों के तहत अवगत करवाएं।
सचिन सांखला, अध्यक्ष अखिल भारतीय श्री प्राज्ञ जैन युवा मंडल


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