जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में हर घर में नल लगाने की योजना में साढ़े तीन हजार ग्राम पंचायतों में नल लगने के हर घर जल प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए हैं।
जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में हर घर में नल लगाने की योजना में साढ़े तीन हजार ग्राम पंचायतों में नल लगने के हर घर जल प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए हैं।
सरपंच और विकास अधिकारी दिलाएंगे ग्राम सभा में मंजूरी
जयपुर। जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में हर घर में नल लगाने की योजना में साढ़े तीन हजार ग्राम पंचायतों में नल लगने के हर घर जल प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए हैं। जल जीवन मिशन की रिपोर्ट के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने सरपंचों और ग्राम विकास अधिकारियों को सभी प्रमाण पत्र तैयार होने पर ग्राम सभा में अनुमोदन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। जेजेएम के मुख्य अभियंता की ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग को 20 सितम्बर को भेजी सूचना में राज्य में 7,353 गांवों में शत प्रतिशत परिवारों को और स्कूल, आंगनबाड़ी आदि सरकारी भवनों के लिए स्वच्छ पेयजल सुविधा के लिए नल पहुंचाने की जानकारी दी। इनमें से 3,862 गांवों का ही हर घर जल प्रमाण पत्र ग्राम सभाओं के माध्यम से ग्राम पंचायतों ने जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार अभी भी 3,491 गांवों के हर घर जल प्रमाण पत्र बाकी है। अब यह काम पूरा करने के लिए विभाग के उपसचिव ने सभी सीईओ जिला परिषद और विकास अधिकारियों को गाइडलाइन जारी की है।
अब इस तरह करेंगे काम पूरा
ग्राम सभा में पीएचईडी विभाग के सक्षम अभियंता या कार्मिक की मौजूदगी में प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सूचनाएं पढ़कर सुनाई जाएंगी। सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, बीडब्ल्यूएससी या जल समिति के अध्यक्ष ग्राम सभा में मौजूद लोगों से यह पूछेंगे कि सभी सरकारी भवनों और गांव के हर घर में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध हो गया है। ग्राम सभा के सदस्यों से हाथ उठाकर मंजूरी का वीडियो भी बनाया जाएगा। वेरीफिकेशन के बाद यदि प्रमाण पत्र नारी किए जाने की स्थिति है तो इसकी जानकारी ग्रामसभा को रिर्टको खोदे गए ट्रैच की मरम्मत नहीं की गई है तो यह जानकारी भी रिपोर्ट में दर्ज की जाएगी।