हरियाणा में भाजपा की बढ़त, भजनलाल की बधाई; उमर अब्दुल्ला बने मुख्यमंत्री : फारूक

श्रीनगर/दिल्ली, 08 अक्टूबर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बडगाम में शानदार जीत और गांदरबल में बढ़त हासिल करने के बाद कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनकर अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली में भी इस खबर को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। कुछ महीने पहले लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद अब्दुल्ला विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की बढ़त को लेकर उत्साहित हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने औपचारिक रूप से घोषणा की कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस, जो इस समय 41 सीटों पर आगे है, कांग्रेस के साथ गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाने के लिए तैयार है। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए ऐतिहासिक हैं, क्योंकि यह अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार आयोजित हो रहे हैं और नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ है।
उमर अब्दुल्ला ने पहले विधानसभा में प्रवेश करने से इनकार किया था, लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने अपने विचार बदलते हुए गांदरबल और बडगाम दोनों सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया। गांदरबल उनका पारंपरिक गढ़ है, लेकिन उन्होंने अतिरिक्त सुरक्षा के लिए बडगाम से भी नामांकन दाखिल किया।
हरियाणा में भाजपा को बढ़त, सीएम भजनलाल ने दी बधाई
उधर, हरियाणा के चुनावी नतीजों पर भी दिल्ली में ध्यान केंद्रित है। भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने की ओर अग्रसर है। राज्य की 90 सीटों में से भाजपा ने 20 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और 29 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 28 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है और 8 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाजपा की इस बढ़त पर पार्टी को बधाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से फोन पर बात की और उन्हें उनकी बढ़त पर बधाई दी। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि जानबूझकर परिणामों को धीमी गति से साझा किया जा रहा है, और सवाल उठाया है कि क्या भाजपा प्रशासन पर दबाव बना रही है।
हरियाणा चुनाव: कांग्रेस से भाजपा ने छीनी बढ़त
हरियाणा में मतगणना के शुरुआती घंटों में कांग्रेस ने बढ़त बनाई थी और वह 65 सीटों तक पहुंच गई थी, जबकि भाजपा मात्र 17 सीटों पर आगे थी। लेकिन 9:30 बजे के बाद भाजपा ने वापसी करते हुए दोनों पार्टियों के बीच की दूरी कम कर दी। 9:44 बजे दोनों पार्टियां 43-43 सीटों पर बराबर थीं। इसके बाद भाजपा ने 51 सीटों तक बढ़त बना ली, जो अब तक स्थिर बनी हुई है।
हरियाणा में इस बार कुल 67.90% मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव के 68.20% से थोड़ा कम है।