ग्राम पंचायत पुनर्गठन को लेकर ग्रामीणों ने जताई आपत्ति।



ग्राम पंचायत पुनर्गठन को लेकर ग्रामीणों ने जताई आपत्ति।
ग्रामीण हुए लामबंद, रैली निकाल किया प्रदर्शन।
एसडीएम को दिया ज्ञापन।
शाहपुरा, 3 फरवरी। अरनिया घोड़ा ग्राम पंचायत के सरदारपुर एवं ग्राम अमरपुरा के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सरदारपुरा को नई ग्राम पंचायत सांखलिया में जोड़ने तथा ग्राम अमरपुरा को ग्राम पंचायत माताजी खेड़ा से हटाने पर आपत्ति जताई। दोनों गांवों के दर्जनों ग्रामीण लामबंद होते हुए शाहपुरा पहुंचे। ग्रामीण शाहपुरा बस स्टैंड से ढोल बजाते हुए रैली के रूप में उपखंड कार्यालय के बाहर पहुंच कर ग्राम पंचायत का गलत पुनर्गठन करने का विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। बाद में शाहपुरा उपखंड अधिकारी भारत जयराज मीणा को ग्राम पंचायत के पुनर्गठन के संबंध में ज्ञापन सौंपा तथा सरदारपुरा को पंचायत मुख्यालय बनाने की मांग की।
पूर्व सरपंच राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में सरदारपुरा निवासी रामस्वरूप गुर्जर, छगना, शिवराज, महावीर, पप्पु, रामदेव, बजरंग लाल, बबलू गुर्जर, दली चंद गुर्जर आदि ग्रामीणों ने एसडीएम को बताया कि उनके गांव की आबादी अधिक (975 मतदाता) है, जबकि प्रस्तावित नई ग्राम पंचायत सांखलिया में मात्र 600 मतदाता हैं। ग्रामीणों का तर्क यह भी था कि इतनी छोटी ग्राम पंचायत प्रशासनिक दृष्टि से प्रभावी नहीं होगी और इसका कोई कानूनी औचित्य नहीं है। इधर ग्राम अमरपुरा के ग्रामीणों ने भी विरोध प्रकट किया है, क्योंकि उनके गांव को ग्राम पंचायत माताजी खेड़ा से हटाकर ग्राम पंचायत सांखलिया में शामिल किया जा रहा है, जबकि यह 8 किमी की दूरी पर स्थित है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे स्थानीय प्रशासन में असुविधा होगी और जनता को विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न होगी।
एसडीएम से यह की मांग: ग्राम सरदारपुरा को वर्तमान पंचायत अरनियाघोड़ा में ही रखा जाए। ग्राम अमरपुरा को वर्तमान पंचायत माताजी खेड़ा में ही बनाए रखा जाए। प्रशासन हमारी इन आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए जनसुनवाई कर उचित निर्णय ले। ग्रामीणों ने विशेष आग्रह करते हुए मांग की कि सरदारपुरा को ग्राम पंचायत मुख्यालय बना जाए या फिर सरदारपुरा को पुरानी अरनिया घोड़ा ग्राम पंचायत में ही रहने दिया जाय।