स्वदेशी चिकित्सा पद्धति पर कार्यशाला।

गौमूत्र कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज है – डॉ माहेश्वरी


शाहपुरा 12 फरवरी। गौ आधारित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वैज्ञानिक डॉ. उत्तम माहेश्वरी ने देश के समग्र विकास के लिए स्वदेशी चिकित्सा पद्धति को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एलोपैथी भारत का भला नहीं कर सकती, बल्कि इसके लिए हमें अपनी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियां देश में जहरीले उत्पाद बेच रही हैं और हम अनजाने में उन्हें स्वीकार कर रहे हैं।
डॉ माहेश्वरी स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में आयोजित स्वदेशी चिकित्सा पद्धति पर कार्यशाला में बोलते हुए यह भी कहा कि गौमूत्र कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में स्वदेशी चिकित्सा पद्धति कारगर सिद्ध हो सकती है और यदि भारतीय कृषि में रासायनिक खादों व कीटनाशकों का प्रयोग रोका जाए और पारंपरिक जैविक खेती अपनाई जाए, तो न केवल भूमि की उर्वरता बनी रहेगी बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा।
इस मौके पर शाला प्रधान ईश्वर लाल मीणा, परमेश्वर प्रसाद कुमावत, राजेश कुमार धाकड़, मनोज कुमार कुमावत, बुद्धि प्रकाश मीणा, आसिफ पिनारा, लोकेश चौधरी, उमेश जागेटिया सहित कई उपस्थित थे।