जनता की पीडा जानने के लिए पंचायत राज के अधिकारीयों को गांवों मे बितानी होगी रात

जिला परिषद के सीईओ सहित कनिष्ठ अभियंता तक के अधिकारियों को सप्ताह मे एक बार रात्रि विश्राम करना होगा पंचायत स्तर पर
Awaz Rajasthan Ki | प्रदेश के ग्रामीण इलाकों मे जिला कलेक्टर रात्रि चौपाल लगा कर जनसुनवाई करते आये है , अब इस कड़ी मे प्रदेश सरकार ने पंचायती राज से जुडे 10 अधिकारियों को भी सप्ताह मे एक दिन पंचायत स्तर पर जाकर अभाव अभियोग सुनने का आदेश देते हुए रात्रि विश्राम पंचायत स्तर पर ही करने के निर्देश दिये है | जिला परिषद के सीईओ सहित ,कनिष्ठ अभियंता तक के अधिकारियों को महिने मे चार दिन गांवों मे ही ठहरना होगा |
यह है आदेश :
सरकार ने प्रदेशभर के जिला परिषद के 10 अधिकारियों से कहा था कि हर माह में चार रातें गांव में गुजारेंगे। जनता की समस्या सुनकर उनका निदान करेंगे। रात्रि विश्राम का समय शाम छह बजे से सुबह 6 बजे तक रखा गया ।
इनको करना है रात्रि विश्राम :
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी
- अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी
- विकास अधिकारी
- अतिरिक्त विकास अधिकारी
- सहायक विकास अधिकारी
- अतिरिक्त मुख्य अभियंता
- अधीक्षण अभियंता
- अधिशाषी अभियंता
- सहायक अभियंता
- कनिष्ठ अभियंता
शासन सचिव ने कहा “रिपोर्ट मुख्यालय भेजे”
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव डॉ. जोगाराम ने पिछले दिनों एक बैठक में कहा कि सरकार के स्तर से समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि किसी भी अधिकारी ने रात्रि विश्राम की रिपोर्ट नहीं भेजी, जो गंभीर लापरवाही है। रात्रि विश्राम करना जरूरी है , इसे गंभीरता से लेवे तथा रात्रि विश्राम, दौरे, निरीक्षण की रिपोर्ट मुख्यालय भेजे। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। अनुशासनात्मक कार्रवाई सीधे सरकार की ओर से की जाएगी।