डोटासरा का हमला: “मुख्यमंत्री मौन, राजस्थान में आरएसएस चला रही है सत्ता”

अजमेर | कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि राजस्थान में सत्ता की बागडोर सरकार के हाथ में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पास है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा केवल नाम के लिए मुख्यमंत्री हैं, जबकि असली निर्णय दिल्ली से भेजी गई “पर्चियों” से लिए जा रहे हैं।
डोटासरा अजमेर-किशनगढ़ हाईवे पर मीडिया से संवाद के दौरान बोले कि पिछले डेढ़ साल से प्रदेश में प्रशासनिक निर्णयों की कोई जवाबदेही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के मंत्री केवल नाम मात्र के हैं, जिन्हें अपने कर्तव्यों और अधिकारों की कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने कटाक्ष किया कि मुख्यमंत्री महीने में पांच दिन देवदर्शन यात्रा पर निकल जाते हैं, जबकि प्रदेश बिजली, पानी और सड़क जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी और कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री को चेताया कि उन्हें प्रशासनिक जिम्मेदारियों पर ध्यान देना चाहिए।
गुजरात में भाजपा सांसदों के प्रशिक्षण कार्यक्रम पर डोटासरा ने कहा कि वहां सिर्फ “हिंदू-मुस्लिम का प्रशिक्षण” दिया जा रहा है। उन्होंने चुटकी ली कि मुख्यमंत्री कहीं प्रशिक्षण लेकर वापस “बाय” ना कर जाएं। साथ ही, अशोक गहलोत के खिलाफ की गई टिप्पणी को उन्होंने आपत्तिजनक बताया और मुख्यमंत्री से वरिष्ठ नेताओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार की अपेक्षा की।
डोटासरा ने यह भी पूछा कि मुख्यमंत्री को गुजरात में प्रशिक्षण की आवश्यकता क्यों महसूस हुई, जबकि राजस्थान के विधायकों के लिए कोई ऐसा प्रशिक्षण क्यों नहीं रखा गया? उन्होंने भाजपा के प्रशिक्षण को सत्ता की गिरावट से जोड़ते हुए व्यंग्य में पूछा कि क्या गुजरात सरकार भी गिरने वाली है?
भ्रष्टाचार के मामले में विधायक पटेल के खनन घोटाले पर डोटासरा ने जांच की मांग की और कहा कि इतनी बड़ी रिश्वत का प्रस्ताव प्रशासन की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति भ्रष्टाचार पर “जीरो टॉलरेंस” की रही है।
पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए डोटासरा ने केंद्र सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने की सलाह दी और कहा कि देश अब केवल कार्रवाई देखना चाहता है, भाषण नहीं।