शाहपुरा में कौमी एकता की मिसाल, भारत-पाक तनाव के बीच उठी देशभक्ति की आवाज


शाहपुरा में कौमी एकता की मिसाल, भारत-पाक तनाव के बीच उठी देशभक्ति की आवाज।
इंडियन आर्मी जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे।
शाहपुरा 10 मई । भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच, शाहपुरा के फूलिया गेट चौराहे पर शनिवार को एक छोटा सा लेकिन भावनाओं से भरा कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें कौमी एकता और देशभक्ति की मिसाल देखने को मिली। इस कार्यक्रम में स्थानीय मुस्लिम समाज, सर्व समाज के लोग, चौराहे के दुकानदार और विभिन्न समुदायों के लोग हाथों में तिरंगा लहराते हुए, दोनों हाथों की बंद मुट्ठियों से बड़े जोश के साथ एक स्वर में इंडियन आर्मी जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाकर भारतीय सेना के प्रति अपना अटूट समर्थन जताया।
शहर काजी शराफत अली, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सेन, पार्षद हमीद ख़ां कायमखानी की अगुवाई आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य एकजुट होकर देश की एकता और अखंडता के लिए आवाज़ बुलंद करना था। इस दौरान युद्ध की स्थिति में भारतीय सेना की विजय की कामना की।
शहर काजी सैयद शराफत अली ने बयान देते हुए कहा कि गंगा-जमुनी तहज़ीब और राष्ट्रीय एकता की भावना को सशक्त करते हुए लोगों ने एकजुटता का परिचय दिया। यह आयोजन न केवल भारतीय सेना के प्रति सम्मान और समर्थन का प्रतीक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश के सामने जब भी कोई चुनौती आती है, तो शाहपुरा के सभी समाज, धर्म, जाति और समुदाय के लोग एक साथ खड़ा रहेंगे। इस दौरान
पार्षद मुबारिक हुसैन रंगरेज, पार्षद यूसुफ मोहम्मद सिलावट, हाजी सद्दीक पठान, हाजी उस्मान छीपा, शब्बीर आजाद, शहाबुद्दीन सिलावट, पीर मोहम्मद मंसूरी, रमेश व्यास, उस्मान खान, अमजद खान, अहमद खान, चांद मोहम्मद सुलेमान खान, नूर मोहम्मद, का फिरोज खान, अजीज मोहम्मद, फिरोज खान, सुरेश सेन, रमेश सेन, विष्णु झंवर, एडवोकेट ताज मोहम्मद सहित शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।