नरेगा योजना में फर्जी हाजिरी के जरिए सरकारी खाते में नुकसान पहुंचाने वालों पर कसा जाएगा शिकंजा
नरेगा योजना में फर्जी हाजिरी के जरिए सरकारी खाते में नुकसान पहुंचाने वाले श्रमिकों और लिप्त कर्मचारियों पर राज्य नरेगा विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। भजनलाल सरकार के एक साल के जश्न समारोह के बाद अगले साल विभाग इस मामले में सभी जिलों में सख्ती बरतने की तैयारी में जुटा हुआ है। राज्य नरेगा विभाग में हाल ही में सभी जिलों के कार्यों की समीक्षा में सामने आया कि जिलों में नरेगा के कार्यों में मस्टररोल में फर्जी हाजिरी भरी जा रही हैं। वह सिलसिला बरसों से चला आ रहा है। कार्रवाई के दौरान कुछ दिन सख्ती नजर आती है और थोड़े दिन बाद गड़बड़ियां फिर शुरू हो जाती हैं। फर्जी हाजिरी सिस्टम में नरेगा मेट, स्थानीय अधिकारी-कर्मचारी और
जनप्रनिधियों की मिलीभगत भी कई बार जांच में सामने आ चुकी है। पंचायतीराज विभाग ने फर्जीवाड़े को रोकने के लिए नरेगा योजना में मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम भी लागू किया, लेकिन कर्मचारियों ने नेट कनेक्टिविटी के अभाव की कमी निकालकर वहां भी बचाव का रास्ता निकाल लिया। नरेगा योजना में केन्द्रीय स्तर पर ऑडिट में गड़बड़ियों की संख्या बढ़ने पर अब फिर से सख्ती का मानस बनाया जा रहा है। हालांकि, पहले भी कई बार सख्ती दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन अधिकांश बार यह सिर्फ कागजी साबित हुई।