पलाडा परिवार का विवाह समारोह सादगी , धार्मिक परम्परा , दहेज मुक्त विवाह तथा, उपहार न लेने के साथ सामाजिक समरसता का उदाहरण बना

अजमेर | अजमेर की जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा तथा समाजसेवी भंवर सिंह पलाडा के छोटे पुत्र शिवप्रताप सिंह पलाड़ा का विवाह समारोह अपने आप मे अनूठा रहा भव्यता के साथ सादगी तथा धार्मिक परम्परा के निर्वहन का अनुठा संगम देखने के साथ ही विवाह समारोह मे देहज तथा उपहार नही लेने के साथ समारोह मे
सामाजिक समरसता की झलक नजर आई । जिसमें न केवल अजमेर वरन् पूरे देश-प्रदेश के गणमान्य अतिथि शामिल रहे।
पलाड़ा परिवार द्वारा आयोजित स्नेहभोज कार्यक्रम में जिले के छोटे-छोटे गांव व ढाणी में रहने वाले ग्रामीण, संत-महात्मा, न्यायिक सेवा के अधिकारी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, पुलिस सेवा के अधिकारी, केन्द्रीय मंत्री, राजस्थान के अनेक विधायक एवं सांसद आदि ने शामिल होकर पलाड़ा परिवार को शुभकामनाएं दीं। यह निश्चय ही अनूठा कार्यक्रम रहा जिसमें छोटे से गांव के आम आदमी से लेकर भारत सरकार में देशा का प्रतिनिधित्व करने वाले
अतिथियों सहित 15 हजार से ज्यादा मेहमानों को सम्मान पूर्वक भोजन कराया गया। इस कार्यक्रम में भी पलाड़ा परिवार द्वारा किसी प्रकार का उपहार स्वीकार नहीं किया गया।
विवाह के लिए बारात बीकानेर पहुंचने पर बारात का सादगीपूर्ण तरीके से स्वागत सत्कार किया गया और विवाह के सभी कार्यक्रम भी सादगीपूर्ण तरीके से आयोजित किए गए। भाटी परिवार से दिए जाने वाले उपहार व टीका राशि स्वीकार नहीं की गई, वरन् स्त्रीधन में भी कोई सामग्री स्वीकार नहीं की गई।
केवल वधू द्वारा पहने गए कपड़ों में ही बारात की विदाई दी गई, जो न केवल राजपूत समाज वरन् सर्वसमाज के लिए एक उदाहरण है। यह विवाह समारोह सादगी के लिए, परम्पराओं के लिए, दहेज मुक्त विवाह के लिए, उपहार न लेने के लिए तथा सामाजिक समरसता के लिए एक उदाहरण है।