जघन्य अपराधों के विरोध ने सड़कों पर उतरा संत समाज।





शाहपुरा रहा बंद रहा, संतों के सानिध्य में निकाली रैली।
कठोर कानून, दंड से ही अपराधियों पर लगेगी लगाम- संत समाज
शाहपुरा 4फरवरी। राज्य में बढ़ते हिंसक व जघन्य अपराधों के विरोध में मंगलवार को प्रातः शाहपुरा क्षेत्र के कई संत सड़को पर उतर आए रैली निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञापन देने तक शाहपुरा के सभी बाजार बंद रहे।
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक हनुमान धाकड़ ने बताया कि बिजयनगर जघन्य आपराधिक मामले में तथा भीलवाड़ा में एक साल से युवती को ब्लैकमेल करने के मामले के विरोध में मंगलवार को सकल हिंदू समाज के आव्हान पर शाहपुरा बंद रहा। इस मौके पर महलों के चौक से उपखंड कार्यालय तक अन्तर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के संत निर्मल राम, संत राम विश्वास लुलास (ओदी ), संत रामस्वरूप दास, संत श्रवण पुरी, संत सीताराम बाबा आदि के सानिध्य में रैली निकाली गई। रैली में सकल हिंदू समाज संगठन के साथ कई संगठनों के लोगों के साथ महिलाओं ने भी रैली में भाग लेते हुए प्रदर्शन कर उपखंड अधिकारी भरत जयप्रकाश को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। रैली उपखंड कार्यालय के बाहर एक सभा में परिवर्तित होने पर संतों ने अपना उद्बोधन दिया।
कठोर कानून, दंड से ही अपराधियों पर लगाम लगेगी: संत निर्मल राम ने रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश संत रामचरण महाराज द्वारा 300 वर्ष पूर्व लिखे ग्रन्थ का जिक्र करते हुए कहा कि आज हमारा समाज ऐसे दौर में खड़ा है, जहां न्याय की मांग करना भी एक संघर्ष बन गया है। लेकिन हम संत समाज यह प्रण लेते हैं कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे। हाल ही में हुई घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं है। हमें चाहिए कि ऐसे घिनौने अपराधों में लिप्त लोगों को कठोर से कठोर दंड मिले, यहां तक कि फांसी की सजा दी जाए। अपराधियों को यह समझ आना चाहिए कि यदि वे इस तरह के जघन्य कृत्य करेंगे, तो कानून उन्हें छोड़ेगा नहीं। हम सरकार से अपील करते हैं कि इस तरह के अपराधों के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाकर जल्द से जल्द न्याय दिलाए।
जघन्य अपराधों पर रोक लगाने की आवश्यकता है: इसी क्रम में संत सीताराम बाबा ने कहा कि आज का समाज एक भयानक दौर से गुजर रहा है, जहाँ हमारी बहू-बेटियों की सुरक्षा खतरे में है। जघन्य अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। हम संत समाज के लोग आज यहां इसलिए खड़े हैं ताकि प्रशासन को यह याद दिला सकें कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अगर हम आज चुप रहे, तो कल किसी और की बेटी इस भयावह स्थिति का शिकार हो सकती है। हमें समाज में जागरूकता लानी होगी और इस अन्याय के विरुद्ध कठोर कदम उठाने होंगे। प्रशासन को चाहिए कि वह इन अपराधों पर सख्त कानून लागू करे ताकि किसी अपराधी की हिम्मत न हो कि वह हमारे समाज की बेटियों को नुकसान पहुंचा सके।
वही संत श्रवण पुरी ने कहा कि एक सभ्य समाज वही होता है, जहां नारी का सम्मान हो और अपराधियों में कानून का भय हो। लेकिन हाल के अपराधों ने हमारे समाज की नींव को हिला दिया है। हमें अपने समाज को इस अन्याय से मुक्त करना होगा, और यह तभी संभव है जब हर व्यक्ति जागरूक हो और सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाए। यह संघर्ष केवल पीड़ित परिवारों का नहीं, बल्कि पूरे समाज का है।
इस मौके पर नगर सभापति रघुनंदन सोनी, पूर्व पालिका अध्यक्ष कन्हैया लाल धाकड़, हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक हनुमान धाकड़, सुमित्रा माली, रीना लोहार, रामेश्वर धाकड़, जगदीश, अशोक बोहरा, बसंत वैष्णव, पवन बसेर, विनोद गंगवाल रमेश सेन, सुनील मिश्रा, कैलाश धाकड़, संघर्ष समिति के अध्यक्ष दुर्गा लाल राजोरा, रामप्रसाद जाट विनोद सनाढ्य, हिंदू संगठन के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह राणावत सहित कई संगठनों के पदाधिकारी ने अपराधों को रोकने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने पर अपने विचार वक्तव्य किए।