ऑनलाइन होगा मनरेगा में निर्मित ग्रेवल सड़कों का रिकॉर्ड अब पांच वर्ष बाद ही होगी ऐसी सड़कों की मरम्मत

अजमेर । पंचायतराज विभाग की ओर से मनरेगा योजना के अंतर्गत निर्मित ग्रेवल सड़कों का रिकॉर्ड अब ऑनलाइन रखा जाएगा और पांच वर्ष के पश्चात ही उनकी मरम्मत कराई जाएगी। पंचायतराज विभाग ग्रामीण विकास विभाग ने पूरे राज्य से मनरेगा कार्यों के अंतर्गत बनाई गई ग्रेवल सड़कों के निर्माण के दो से ढाई वर्षों के अंदर क्षतिग्रस्त हो जाने की शिकायतें मिलने के पश्चात ये निर्णय लिया है। जिसके अनुसार ग्रेवल सड़कों के निर्माण में काम की गुणवत्ता एवं समय अवधि का ध्यान रखने के लिए ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जाएगा। जिससे उनके निर्माण एवं काम में लिए गए मेटेरियल पर नजर रखी जा सकेगी। क्योंकि अधिकतर ग्राम पंचायतें वहां पर केवल मनरेगा श्रमिकों को रोजगार
देने के लिए नियोजित करके अपने कार्य की इतिश्री कर लेती हैं। इसके साथ ही विभाग ने सभी जिला कलक्टरों और जिला परिषद के सीईओ को ग्रेवल सड़कों में प्रतिवर्ष होने वाली टूट-फूट को देखते हुए काम की पूर्णता से उनकी अधिकतम आयु कम से कम पांच वर्ष तय करने के निर्देश दिए हैं।
गुणवत्ता की जांच जरूरी
पंचायतराज विभाग ग्रामीण विकास विभाग ने प्रदेश भर के सभी जिला परिषद के सीईओ एवं पंचायत समितियों के बीडीओ को ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रेवल सड़कों के निर्माण के दौरान कई बार औचक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं। जिससे निर्माण के दौरान ही गुणवत्ता की जांच की जा सके।