भीलवाड़ा में आज रात 8:15 से 8:30 तक रहेगा ब्लैकआउट: कलेक्टर बोले – मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं, सक्रिय भागीदारी निभाएं

भीलवाड़ा | केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार आज दिनांक को भीलवाड़ा जिले में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इस दौरान रात 8:15 से 8:30 बजे तक ब्लैकआउट किया जाएगा। जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने आमजन से आग्रह किया है कि वे इस मॉक ड्रिल को गंभीरता से लेते हुए सक्रिय भागीदारी निभाएं तथा किसी भी प्रकार से घबराएं नहीं।
कलेक्टर ने बताया कि यह अभ्यास आपातकालीन परिस्थितियों में प्रशासनिक विभागों की प्रतिक्रिया, समन्वय और कार्यक्षमता के परीक्षण के लिए किया जा रहा है। यह मॉक ड्रिल गांव स्तर तक विस्तारित होगी, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक समान आपदा प्रबंधन प्रणाली को परखा जा सके।
ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य: आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता
कलेक्टर संधू ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों, खासकर युवाओं में आपदा प्रबंधन के प्रति समझ और सजगता विकसित करना है। उन्होंने सभी विभागों को केंद्र एवं राज्य सरकार के निर्देशानुसार बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
ब्लैकआउट के लिए जनसहभागिता आवश्यक
ड्रिल के हिस्से के रूप में आमजन से अपील की गई है कि वे अपने घरों और आस-पास की सभी लाइट्स बंद रखें, ताकि ब्लैकआउट की मॉक ड्रिल को यथार्थ रूप में क्रियान्वित किया जा सके। सिर्फ आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए बिजली का उपयोग किया जाएगा।

ड्रिल के प्रमुख बिंदु
- हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली की प्रभावशीलता का परीक्षण
- भारतीय वायुसेना के साथ हॉटलाइन/रेडियो लिंक की कार्यशीलता का मूल्यांकन
- नियंत्रण कक्षों की तत्परता और प्रशासनिक समन्वय की परख
- आमजन एवं छात्रों को आपात परिस्थितियों में व्यवहार के लिए प्रशिक्षित करना
- ब्लैकआउट जैसे रणनीतिक उपायों की तैयारी सुनिश्चित करना
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जरूरी दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता और मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए हैं। अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन विभागों को आवश्यक उपकरणों और बचाव संसाधनों को तैयार रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
सिविल डिफेंस, होमगार्ड, एनसीसी और स्काउट-गाइड की भूमिका अहम
कलेक्टर संधू ने कहा कि सिविल डिफेंस, होमगार्ड, एनसीसी और स्काउट गाइड विद्यार्थी आपदा प्रबंधन की रीढ़ हैं। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे अपने क्षेत्र में लोगों को आवश्यक मार्गदर्शन दें और संकट की घड़ी में मदद करें।
उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया निर्णय
इस संबंध में आयोजित समन्वय बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश मेहरा व प्रतिभा देवटिया, जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी, नगर विकास न्यास सचिव ललित गोयल, नगर निगम आयुक्त हेमाराम चौधरी समेत सभी मॉक ड्रिल से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।