पंचायत समिति का बैंक खाता नंबर गलत फीड करने से एक ग्रामीण के खाते में पहुंचे 35 लाख
रामगढ़ । नवगित गोविंदगढ़ पंचायत समिति के अधिकारियों की लापरवाही ने सरकारी खजाने को करीब 35 लाख रुपए का चूना लगा डाला। पंचायत समिति में सरकार से आई 15वें वित्त आयोग की उक्त रकम सरकारी खाते के बजाय एक ग्रामीण के खाते में जमा होती रही। वह इस रकम को निकाल उपयोग में लेता रहा और अफसर 7 माह तक बेखबर रहे। अब 29 दिसम्बर को बैंक जाकर खाता चैक किया तो इसमें रकम नहीं मिली। अफसरों ने पहले ग्रामीण को तलाशा। वह घर पर नहीं मिला तो सुबह पंचायत समिति के अधिकारी गोविन्दगढ़ थाने में उक्त युवक हवासिंह निवास फतेहपुर खुर्द थाना नगर के विरूद्ध धोखाधड़ी का मुक्दमा दर्ज कराने पहुंचे। इस पर पुलिस हवा सिंह के गाँव पहुंची। वहां हवा सिंह नहीं मिला, जबकि उसके परिजों न रकम के बारे में कोई भी जानकारी होने से इनकार किया। बैंक भी जानकारी होने से इनकार किया। बैंक से पता चला कि हवासिंह खाते में जमा हुए करीब 35 लाख निकाल चुका है।
7 माह से रुपए लेते रहे जमा, खाताधारक ने निकाले
4 अपै्रल, 2021 को गोविन्दगढ़ पंचायत समिति अस्तित्व में आई। इसमें रामगढ़ विकास अधिकारी प्रेमराज मीना व लक्ष्मणगढ़ लेखाधिकारी सुरेन्द्र को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया। संचालन के लिए बीडीओ मीना ने अपनी आईडी से पीएनबी गोविन्दगढ़ शाखा में पंचायत समिति का बैंक खाता खोला। इसकी डिटेल सरकारी पोर्टल पर विकास अधिकारी डीएससी से अपलोड कर दी गई। गड़बड़ी यह हुई कि विकास अधिकारी ने पंचायत समिति के बजाय उसी बैंक के खाताधारक हवा सिंह का बचत खाता नम्बर सरकारी पोर्टल पर अपलोड करवा दिया। इस खाते में मई, 2021 के बाद पंचायत समिति क्षेत्र के विकास के लिए आई सरकारी राशि जमा होती रही। गत 7 महीने में लगभग 35 लाख रुपए आए।