राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ समूह संवाद कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्राी रमेश मीना ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। इस मौके पर मीना ने समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादो की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
*समूह संबल संवाद*
*पंचायतीराज मंत्री मीना के किया महिलाओं से संवाद*
*आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार संकल्पबद्ध- मीना*
अजमेर, 19 मई। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ समूह संवाद कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्राी रमेश मीना ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। इस मौके पर मीना ने समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादो की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्राी रमेश चन्द मीणा ने कहा कि राजीविका के माध्यम से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे आत्मनिर्भर बन रही है। समूह संबल संवाद कार्यक्रम महिला सदस्यों की आवश्यकताओं के अनुरूप भविष्य की योजनाएं बनाने के लिए किया गया है। राजीविका के माध्यम से समूह को निर्धारित ब्याज दर पर आवश्यकता होने पर ऋण दिया जाता है। इसका ब्याज समूह के सदस्यों के लिए ही होने से उसका सही जगह उपयोग हो जाता है।
उन्होंने कहा कि रिवाॅल्विंग फण्ड 5973 समूहों को दिया गया है। इसके साथ ही कम्यूनिटी इनवेस्टमेंट फण्ड 2996 समूहों को उपलब्ध कराया गया है। प्रत्येक रिवाॅल्विंग फण्ड प्राप्त करने वाले समूहों को कम्यूनिटी इनवेस्टमेंट फण्ड मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जब तक महिलाओं की आय 10 हजार रुपए महीना नही होगी, तब तक राजीविका योजना का उद्देश्य पूर्ण नही होगा। उन्होंने अधिकारियों को महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि समाज मे समानता लाने के लिए समूह में समान आर्थिक स्तर की महिलाओं का होना आवश्यक है। उस समूह की अध्यक्ष भी अल्प आय वर्ग की महिला होने से आपसी संवाद सार्थक रहेगा। इससे महिला खुलकर अपनी समस्या रख सकेगी। तभी सही मायने में इस योजना का लाभ गरीब महिलाओं को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि समूह की आय बढ़ाने के लिए सरकार के कई काम समूह की महिलाओं से कराए जाएंगे। राजीविका की महिलाएं ही सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही धरातल पर जाकर विकास के कार्यो को देखेंगी। इसके लिए उन्हें पैसा भी मिलेगा। इससे सभी महिलाओं को काम मिलेगा। समूह की महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए हाट बाजार आरम्भ किए जाएंगे। इससे महिलाएं के उत्पादों की बिक्री के लिए प्लेटफाॅर्म मिलेगा।
कार्यक्रम में मसूदा विधायक राकेश पारीक ने समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजीविका ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाया है। इससे महिलाएं अपना घर चलाने में सक्षम हुई है। यह राजीविका की सफलता का उदाहरण हैं। महिलाओं का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए सरकार सीधा संवाद कर रही है। सरकार तथा जनप्रतिनिधि समूह की आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए सदैव तत्पर है।
राज्य मिशन निदेशक राजीविका श्रीमती मंजू राजपाल ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजीविका मूवमेंट द्वारा सफलता के 12 वर्ष का सफर समूह की महिलाओं की मेहनत का परिणाम है। महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होकर परिवार की मदद करती है। यह एक सुखद परिवर्तन है। सरकार प्रत्येक समूह का एक उत्पाद थीम पर कार्य कर रही है। महिलाओं को उत्पाद की ब्राण्डिंग एवं विपणन की सोच के साथ कार्य करना चाहिए। राजीविका द्वारा इस वर्ष एक लाख नए स्वयं सहायता समूह गठित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि राजीविका ने जो विश्वास एवं गुणवत्ता कायम की है उसे भविष्य में भी बनाए रखा जाना चाहिए। प्रत्येक सदस्य की एक लाख रूपए सालाना की आय प्राप्त करने का लक्ष्य आपसी सहयोग से प्राप्त किया जाएगा। राजीविका के उत्पादों को सरकार द्वारा खरीदने पर टेण्डर की आवश्यकता नहीं होती है। राजमार्गों पर पौधारोपण के लिए राजीविका को कार्यकारी एजेंसी बनाने से समूह का सुदृढीकरण होगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मवीर जानू ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं एवं किशोरियों की सुरक्षा के लिए आवाज दो एप आरम्भ किया गया है। पुलिस थाना स्तर पर सुरक्षा सखी समूह का गठन किया गया हैं। महिलाओं की आत्मरक्षा में सुरक्षा सखी का महत्वपूर्ण योगदान है।
कार्यक्रम में राजीविका के स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए बताया कि राजीविका ने उनका जीवन बदल दिया है। अब पैसों के लिए उन्हें किसी के आगे हाथ नहीं फैलाने पड़ते। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ वे सामाजिक और मानसिक रूप से भी सशक्त हुई हैं। इस दौरान पंचायती राज मंत्री ने महिलाओं से वन टू वन संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुन कर समाधान करने का आश्वासन दिया।
राजगढ़ की कविता ने बताया कि वह बैंक बीसी एवं ई-मित्र के माध्यम से 22 हजार रूपए प्रतिमाह कमा रही है। सावर की मीना कपड़े की दुकान से 45 हजार रूपए प्रतिमाह कमाने में सक्षम है। दुकान में अभी 6 लाख का माल है। मसूदा की लक्ष्मी कच्छावा ने कहा कि ग्रामीणों ने पहले नकारा फिर राजीविका को स्वीकारा। केकड़ी की चंदा टेलर द्वारा 108 रोजगारपरक कार्य आरम्भ किए गए है। सीमा शर्मा ने बैकिंग क्षेत्रा में कार्य करते हुए 25 करोड़ का ट्रांजेक्शन करके 5.50 करोड़ के ऋण उपलब्ध कराए।
संवाद कार्यक्रम में जिला कलक्टर अंश दीप, अतिरिक्त जिला कलक्टर कैलाश चंद्र शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरारी लाल वर्मा, राजीविका के जिला प्रबंधक अमित शर्मा, महेंद्र सिंह रलावता ,ईकबाल छिपा,भवर बहुत चीता सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
विजय कुमार पाराशर
आवाज़ राजस्थान की
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