Ajmer : विद्यालयों के विकास में भामाशाहों का योगदान सराहनीय
शहर में आयोजित 28वें जिला स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में 12 भामाशाहों और 5 प्रेरकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की ओर से किया गया था।
मुख्य अतिथि ADM City गजेन्द्र सिंह राठौड़ और जिला परिषद के सीईओ अभिषेक खन्ना ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा संस्थाओं के विकास के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ भामाशाहों का सहयोग भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बढ़ती छात्र संख्या के कारण कई बार सरकारी संसाधन अपर्याप्त हो जाते हैं। ऐसे में भामाशाहों का योगदान विद्यालयों के लिए संजीवनी का काम करता है।
समारोह के दौरान भामाशाहों और प्रेरकों को सम्मानित किया गया। 12 भामाशाहों और 5 प्रेरकों को साफा, माला पहनाकर, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा अजमेर संभाग शौकत अली, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक और प्रारम्भिक शिक्षा के अधिकारी, और समग्र शिक्षा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक अनिल कुमार जोशी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सम्मानित भामाशाह और प्रेरक: रणजीत जाट, सज्जनसिंह शेखावत, उमाशंकर, जगमाल गुर्जर, ऋषभ जैन, छगनलाल, एजन, नारायणसिंह, प्रकाश चंद जैन, रामावतार चोटिया, रवि तोषनीवाल, सुरजीत सिंह, अरविंद परिहार, शिव सुमन चौहान, मधुबाला, प्रदीप कुमार शर्मा, और सोनल गांधी।
कार्यक्रम में भामाशाहों और प्रेरकों के इस योगदान की सराहना की गई और यह भी कहा गया कि उनका सहयोग भविष्य में भी शिक्षा के विकास में सहायक सिद्ध होगा।