अजमेर जिले में नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी बैच 2023

अजमेर जिले में नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी बैच 2023
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अजमेर जिले में नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी बैच 2023 के प्रशिक्षणार्थियों को जिला स्तरीय आधारभूत प्रशिक्षण स्थान होटल किंग एडवर्ड मैमोरियल, स्टेशन रोड, अजमेर में जिला परिषद अजमेर के तत्वाधान में आयोजित प्रशिक्षण के 11 वें दिन दिनांक 25 दिसम्बर 2023 रविवार को प्रातःकाल की मंगल बेला में योगाभ्यास सत्र के दौरान योगाभ्यास सत्र के दौरान सूर्य नमस्कार व मंदगति योग, कमर व घुटनों सूक्ष्म व्यायाम की क्रियाओं का प्रशिक्षक श्री नन्दकिशोर कुमावत सहायक विकास अधिकारी के सानिध्य में श्री विक्रम एवं सुश्री निशा यादव ने अभ्यास कराया।

योग प्रशिक्षक श्री कुमावत ने योग करने के नियमों के बारे बताया कि योग करने के कुछ नियम होते है, योग करने का सबसे सही समय सूर्याेदय व सूर्यास्त का होता है। योग हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए। योग हमेशा किसी भी शांत वातावरण में ही करना चाहिए। योग करते समय शरीर के साथ जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। योग करने के 30 मिनट तक कुछ नहीं खाना चाहिए। कोई बीमारी होने पर चिकित्सक की सलाह पर ही योग करना चाहिए। योग हमेशा निरंतर करना चाहिए, तभी योग का फायदा मिलेगा। योग हमेशा किसी गुरु के निर्देश पर ही करना चाहिए। योग में प्रत्येक आसन को करने के अपने ही तरीके होते है, जिसे उसी प्रकार करना चाहिए। योग करते समय आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए।

आधुनिक जीवन शैली ने मन-शरीर के संबंधों में सामजंस्य खो दिया है जिससे उच्च रक्तचाप, कोरोनरी हृदय रोग और कैंसर जैसी कई तनाव-आधारित बीमारियां हो गई हैं। इन बीमारियों को रोकने और उनका इलाज करने के प्रयास ने बेहतर जीवन शैली और बेहतर रणनीतियों की खोज को गति दी, जो कि योग जैसे प्राचीन विषयों की पनुर्खाेज में परिवर्तित हो गए, जीवन शैली को स्थायी मानसिक शांति के लिए शक्तिशाली अचकू नुस्खे के साथ जोड़ना जैसा कि नैदानिक अध्ययनों द्वारा पुष्टि की गई है।योग आधुनिक जीवन जीने का, सही जीवन जीने का विज्ञान है और इसे हमारे दैनिक जीवन में शामिल किया जाना चाहिए। यह सप्ताह में एक बार सिर्फ दो घंटे की हॉबी क्लास नहीं है। योग में दिमाग को शांत करने, लचीलापन बनाए रखने, शारीरिक और मानसिक ऊर्जा का दोहन करने और एक एकीकृत व्यक्तित्व विकसित करने में मदद करने के लिए तकनीकी प्रणालियां हैं। यह भावनाओं को संतुलित करने और मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक तरीका है। व्यक्ति प्राणायाम, आसन, विश्राम, ध्यान और प्रत्याहार तकनीकों का अभ्यास कर सकता है, साथ ही जहां संभव हो व्यक्तिगत और सामाजिक विषयों का पालन कर सकता है। एक सामान्य जीवन शैली का नेतृत्व करते हुए योग का अभ्यास किया जा सकता है, लेकिन विभिन्न आकांक्षाओं, मानसिकता और स्वयं के प्रति दृष्टिकोण और जीवन में बातचीत के साथ। योग का अभ्यास करने की कला व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह एक शांतिपूर्ण शरीर और मन को प्राप्त करने के लिए शारीरिक और मानसिक विषयों को एक साथ लाता है, तनाव और चिंता को प्रबंधित करने में मदद करता है और आपको तनावमुक्त रखता है। यह लचीलेपन, मांसपेशियों की ताकत और बॉडी टोन को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह श्वसन, ऊर्जा और जीवन शक्ति में सुधार करता है।

 

आज के प्रशिक्षण सत्र के दौरान पंचायतों से संबंधित अपेक्षित ओनलाईन कार्य (एएमएस, जीएफएआर,सीसीए,ऑडिट ओनलाईन, राज काज, जिओ टेगिग) इत्यादि का प्रशिक्षण श्री नन्दकिशोर कुमावत सहायक विकास अधिकारी व श्री रमाकान्त, श्री गुलाबसिह ने संयुक्त रूप से दिया। ई-पंचायत/ई ग्राम स्वराज आदि ओनलाईन पोर्टल कार्य, प्रशासनिक स्वीकृति, तकनीकी स्वीकृति, वित्तीय स्वीकृति, व्यय राशि उपयोगिता प्रमाण पत्र यूसी, कार्य पूर्णता प्रमाण सीसी, ओनलाईन आरटीआई पोर्टल व नरेगा पोर्टल के बारे में भी बताया गया।


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