2024 के बजट सत्र का आज से आरंभ हुआ। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र है
संसद बजट 2024 सत्र शुरू: प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ
Budget Session 2024: 2 बजट सत्र का आज से आरंभ हुआ। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सत्र है। सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर संसदीयों को संबोधित किया। इसके बाद, 11 बजे, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों को संबोधित किया, और सरकार की कार्यसूची संसद के सामने रखी।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार उसके बाद संसद में आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 1 फरवरी को संघ का बजट पेश करेंगी।
प्रधानमंत्री सांसदों से अपील
उन्होंने अपने भाषण में कहा, “बजट सत्र, उन सांसदों के लिए पश्चाताप का अवसर है। अच्छे फुटप्रिंट छोड़ने का अवसर है। आज इस अवसर को जाने मत दीजिए। देशहित में विचारों का लाभ सदन को दें। देश को उत्साह और उमंग से भर दें। मुझे विश्वास है कि जब चुनाव का समय निकट होता है तब पूर्ण बजट नहीं रखा जाता। हम भी पूर्ण बजट नई सरकार बनने के बाद लेकर आएंगे। इस बार दिशा-निर्देशन लेकर देश की वित्त मंत्री हम सबके सामने कल अपना बजट पेश करने वाली हैं।”
विरोध का स्वर तीखा ही क्यों न हो… प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा, “विरोध का स्वर तीखा क्यों न हो, लेकिन जिसने सदन में उत्तम विचारों का लाभान्वित किया होगा, उनको बड़ा वर्ग याद करता होगा। आने वाले दिनों में भी जब सदन की चर्चाएं कोई देखेगा तो एक एक शब्द इतिहास की तारीख बनकर उजागर होगा। इसिलिए जिन्होंने विरोध किया हो, बुद्धि प्रतिभाओं का दर्शन कराया होगा। हमारे खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया की होगी, उसके बावजूद मैं मानता हूं कि बहुत बड़ा वर्ग लोकतंत्र प्रेमी सभी लोग इस व्यवहार की सराहना करते हैं। लेकिन जिन्होंने सिर्फ नकारात्मकता, हुड़दंग किया होगा, उनको शायद ही कोई याद करे।”
कुछ लोगों का स्वभाव आदतन हुड़दंगी: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आशा करता हूं कि इस वर्ष में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया। मैं इतना जरूर कहूंगा कि जिनको आदतन हुड़दंग करने का स्वभाव बन गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं। ऐसे सभी माननीय सांसद आज जब आखिरी सत्र में मिल रहे हैं, तब जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने जो किया, अपने संसदीय क्षेत्र में भी 100 लोगों से पूछ लें। किसी को याद नहीं होगा कि जिन्होंने इतना हुड़दंग किया।”
बजट सत्र नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के बाहर कहा, “इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक सांसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। वो फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम। उसके बाद 26 जनवरी को हमने देखा किस प्रकार से देश में कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति की सामर्थ्य को, शौर्य को, संकल्प की शक्ति को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू का मार्गदर्शन और कल नर्मला सीतारमण के द्वारा अंतरिम बजट एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।