शाहपुरा में उल्टी, दस्त के रोगी बढ़े।
शाहपुरा में उल्टी, दस्त के रोगी बढ़े।
पेयजल के कारण रोग बढ़ने की आशंका।
जिला चिकित्सा विभाग ने लिए पानी के नमूने।
चिकित्सा विभाग ने कलक्टर व जलदाय विभाग को लिखे पत्र।
शाहपुरा-देव कृष्ण राज पाराशर, 21 अप्रैल। शाहपुरा क्षेत्र के लोगों में इन दिनों उल्टी व दस्त का रोग बढ़ने से हड़कंप मचा हुआ है। हर गली मोहल्ले में रोगी निकालकर सामने आरहे है। जिला चिकित्सालय में रोगियों की संख्या बढ़ गई है। जहां चिकित्सालय का प्रतिदिन 7सौ रोगियों का आऊटडोर था जो इन दिनों बढ़कर लगभग एक हजार से 1200 के बीच हो गया। उल्टी, दस्त के रोगियों से जिला अस्पताल के सभी बेड भरे पड़े है। भर्ती वार्डों के अलावा रोगियों को गैलरियों में बेड लगाकर भर्ती किया जा रहा है।
उल्टी दस्त के भर्ती रोगियों व उनके परिजनों ने आशंका व्यक्त करते हुए पत्रिका को बताया कि घरों के नलों में आरहे पानी से पेट दर्द के साथ उल्टी, दस्त के रोगी गली, मोहल्ले में बढ़ने लगे है।
पानी के लिए नमूने:- अस्पताल में रोगियों की संख्या प्रतिदिन बढ़ने को लेकर स्वयं जिला चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया और पानी के नमूने लिए तथा इस जानकारी से पीएमओं डॉ अशोक जैन ने जिला कलेक्टर एवं जन स्वास्थ्य एवं जन अभियांत्रिक विभाग को भी पत्र लिखकर आवगत करवाया।
आपको बतादें की 2 माह पूर्व भी नगर के रावला घाटा के ग्वालियर हाउस के आसपास के घरों के नलों में आनेवाले खराब पानी के कारण बड़ी संख्या में उस क्षेत्र के लोग पीलिया रोग से लम्बे समय तक ग्रस्त रहे। लम्बे उपचार के बाद लोगों की हालात में सुधार हो पाया।
यह रखें सावधानी:- नलों में आने वाले पानी को मोटे कपड़े से छाने। पीने वाले पानी को गर्म कर मटकियों में भरे या पानी के संग्रहित पात्रों में फिटकडी घुमाए तांकि खराब जीवाणु नष्ट हो जाये। पानी के पात्रों प्रतिदिन साफ करें, ताजा पानी का ही उपभोग करें।
इनका कहना है:- मौसमी बीमारियों के कारण भी रोगी बढ़ सकते है। उल्टी दस्त के मरीज बढ़ते ही हमने पानी के नमूने लेकर जांच के लिए भीलवाड़ा भिजवाए है। जलदाय विभाग को भी पत्र लिखकर सचेत किया है। इसकी प्रति ज़िलाधीश कार्यालय भी भिजवाई गयी। डॉ अशोक जैन, पीएमओं शाहपुरा जिला चिकित्सालय।
चिकित्सा विभाग का मानना है कि पानी के कारण यह रोग हो सकता है। उनका पत्र आने से पूर्व ही हमने क्लोरीनेशन करवाया था। समय पर हम पानी की जांच कवारहे है। पेयजल शुद्धता का पूर्ण ध्यान रखा जारहा है। शिवराज भील, सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिक विभाग, शाहपुरा