वाटरशेड यात्रा अभियान: जल संरक्षण व जनभागीदारी को मिलेगा बढ़ावा

Awaz Rajasthan Ki | राजस्थान में जलग्रहण विकास कार्यों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और ग्रामीणों को जागरूक करने के उद्देश्य से वाटरशेड यात्रा अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान दो महीने तक चलेगा और प्रदेश के 27 जिलों को कवर करेगा। इस पहल के तहत ग्रामीण स्वयं जलग्रहण विकास कार्यों की जांच करेंगे और अधिकारियों से इन कार्यों की जानकारी लेंगे।
जनभागीदारी से होगा जल संरक्षण
इस अभियान के तहत सरकार द्वारा एक विशेष रथ भेजा जाएगा, जिसमें जल संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी। ग्रामीणों की भागीदारी बढ़ाने के लिए कलश यात्रा, साइकिल रैली, दौड़ और अन्य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन होगा। महिलाओं को विशेष रूप से इस अभियान में जोड़ा जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें।
विकास कार्यों की पारदर्शिता पर जोर
अक्सर देखा जाता है कि सरकारी परियोजनाओं के दौरान स्थानीय लोग निर्माण कार्यों पर अधिक ध्यान नहीं देते, जिससे निर्माण एजेंसियां और ठेकेदार घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर लेते हैं। इस अभियान के तहत ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा, ताकि वे खुद जांच करें कि जलग्रहण विकास कार्य गुणवत्तापूर्ण हो रहे हैं या नहीं।
श्रमदान व पौधरोपण के साथ होगा जागरूकता अभियान
अभियान के दौरान श्रमदान और पौधरोपण जैसे कार्यक्रम भी होंगे। गांवों में लोगों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई जाएगी। इस दौरान टैंक, चेक डैम, एनीकट, खेत-तलाई जैसे जलग्रहण विकास कार्यों को दिखाया जाएगा। यदि कोई नया कार्य शुरू होना है तो उसका शिलान्यास किया जाएगा और पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण होगा।
प्रमुख आयोजन और जिलों का कार्यक्रम
इस यात्रा की शुरुआत बारां जिले से की गई है और अप्रैल तक यह 27 जिलों को कवर करेगी। प्रमुख जिलों में अभियान की तिथियां इस प्रकार हैं:
- 11 फरवरी: कोटा, अलवर
- 12 फरवरी: बूंदी
- 15 फरवरी: धौलपुर, भीलवाड़ा
- 16 फरवरी: करौली
- 20 फरवरी: सवाई माधोपुर
- 22 फरवरी: चित्तौड़गढ़
- 1 मार्च: प्रतापगढ़, दौसा
- 6 मार्च: जयपुर
- 11 मार्च: डूंगरपुर, अजमेर
- 13 मार्च: उदयपुर
- 16 मार्च: नागौर
- 28 मार्च: जोधपुर, चूरू
- 3 अप्रैल: बाड़मेर
स्थानीय भागीदारी को मिलेगा बढ़ावा
इस यात्रा के दौरान बैंक, निजी कंपनियों और स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे, ताकि ग्रामीणों को योजनाओं की विस्तृत जानकारी मिल सके। साथ ही, विभिन्न विकास कार्यों से जुड़े बैनर और सेल्फी पॉइंट भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे लोग अभियान का हिस्सा बन सकें।